800 किलोमीटर दूर ओडिशा से लाए गांजा,चढ़े पुलिस के हत्थे, पड़ोसी जिलों में भी नेटवर्क

जबलपुर, 03 अक्टूबर (वेदांत समाचार) । ओडिशा से लाए गए गांजा की खेप जब्त करने के लिए पुलिस टीम को भूसे के ढेर में घुसना पड़ा। घटना कुंडम के जमुनिया बंदिया गांव की है जहां 29 किलोग्राम से ज्यादा गांजा भूसे के ढेर में छिपाकर रखा गया था। पुलिस टीम ने दो तस्करों को दबोच लिया है तथा कड़ी पूछताछ की जा रही है। तस्करों से हुई पूछताछ में पता चला है कि दोनों जबलपुर के अलावा पड़ोसी जिलों में भी गांजा की तस्करी कर रहे थे। पुलिस से बचने के लिए गांजा की खेप भूसे के ढेर में छिपाकर रखते थे। कार्रवाई क्राइम ब्रांच व कुंडम पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा की गई। पुलिस के मुताबिक मुखबिर से सूचना मिली थी कि जमुनिया बंदिया गांव निवासी रतन सिंह मरावी के घर भूसे के ढेर में बड़ी मात्रा में गांजा छिपाकर रखा गया है।

सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने रतन के घर दबिश दी। जहां रतन के साथ आंनद वाशिमकर 54 वर्ष निवासी महाराजपुर अधारताल मिला। दोनों को मुखबिर की सूचना के अवगत कराया गया। रतन व आनंद ने गांजा की तस्करी से इनकार किया। पुलिस टीम ने घर की तलाशी ली। इस दौरान एक कमरे में भूसे का भंडारण मिला। आनंद ने बताया कि रतन के घर का उक्त कमरा उसने किराए पर लिया है। पुलिस टीम उक्त कमरे में घुसी जहां भूसे के ढेर में बोरियों में भरकर छिपाकर रखा 29 किलो 100 ग्राम गांजा मिला। कार्रवाई पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा के निर्देश पर की गई।

सड़क मार्ग से लाते थे गांजा: पुलिस ने बताया कि रतन व आनंद उड़ीसा से गांजा खरीदकर लाते थे। दोनों सड़क मार्ग से गांजा लाकर भूसे के ढेर में छिपा देते थे। जिसे धीरे-धीरे छोटे कारोबारियों व नशेडि़यों को बेचते थे। तस्करों ने बताया कि उड़ीसा का एक चक्कर लगाकर वे लाखों रुपये का गांजा लाते थे। जिसे जबलपुर के शहरी व ग्रामीण अंचल तथा पड़ोसी जिलों के छोटे तस्करों को फुटकर में बेचते थे। दोनों के विरुद्ध धारा 8, 20 एनडीपीएस एक्ट के तहत एफआइआर दर्ज की गई है।

इनकी रही भूमिका: गांजा तस्करों को पकड़ने में डीएसपी ग्रामीण अपूर्वा किलेदार, टीआइ कुंडम प्रताप सिंह मरकाम, चौकी प्रभारी बघराजी उप निरीक्षक आरती मंडलोई, सहायक उप निरीक्षक चोखेलाल पंद्रे, प्रधान आरक्षक इंद्रकुमार, प्रधान आरक्षक ज्योतेंद्र, क्राइम ब्रांच के सहायक उप निरीक्षक अजय पांडेय, प्रधान आरक्षक ब्रम्हप्रकाश, महेंद्र पटेल, राकेश बहादुर, ज्ञानेंद्र पाठक, आरक्षक खुमान सिंह की भूमिका रही।

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