मनीष महंत
कोरबा – एसईसीएल पहली छमाही के उत्पादन लक्ष्य से पिछड़ गया है. अप्रेल से सितंबर तक एसईसीएलको 69.36 मिलियन टन कोयला उत्पादन कर लेना था. इसके मुकाबले एसईसीएल 54.84 मिलियन टन कोयला उत्पादन ही कर सका है.
वित्तीय वर्ष में एसईसीएलको 172 मिलियन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य दिया गया है. इस लक्ष्य का 80 फीसदी से अधिक कोयला जिले की खदानों से उत्पादन किया जाना है. खासकर जिले में स्थित तीन मेगा प्रोजेक्ट दीपका गेवरा और कुसमुण्डा पर लक्ष्य पूरा करने का दारोमदार है पहली इन मेगा प्रोजेक्ट ने भी लक्ष्य के अनरूप उत्पादन नही किया ,
इसलिए SECL अपना सालाना उत्पादन लक्ष्य से14 मिलियन टन पीछे है अब अगले छः माह में एसईसीएल कोल लक्ष्य पूरा करने 117 मिलियन टन कोयला उत्पादन करना होगा हालांकि छह माह में बारिश की चुनौती नहीं होगी ऐसे में एक खदानों से बेहतर कोयला उत्पादन की उम्मीद है।
सितंबर में 7.74 मिलियन टन उत्पादन
एसईसीएल को सितंबर माह में 12.63 मिलियन टन कोयला का उत्पादन करना था. 29 सितंबर तक एसईसीएल इस लक्ष्य के मुकाबले 7.74 मिलियन टन कोयला ही उत्पादन कर सका. सितंबर में 63.40 फीसदी उत्पादन के साथ ग्रोथ माइनस 4.94 फीसदी रहा है. इस माह बारिश की वजह से खदानों में कोयला उत्पादन प्रभावित हुआ. इस वजह से खदाने दहाई के आंकड़े तक भी नहीं पहुंच पाई.
कोयला उठाव में भी पीछे
एसईसीएल को इस वित्तीय वर्ष में 196 मिलियन टन आफटेक का लक्ष्य मिला है. पहली छमाही में लक्ष्य को पूरा करने 94.77 मिलियन टन का उठाव पूरा कर लेना था. इसके मुकाबले 72.43 मिलियन टन का उठाव ही हो सका है. 29 सितंबर तक एसईसीएल ने 10.14 मिलियन टन उठाव किया है. जबकि माह का लक्ष्य लगभग 13.50 मिलियन टन था.
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