बलौदाबाजार,29 सितंबर (वेदांत समाचार) कलेक्टर सुनील कुमार जैन के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा विश्व रेबीज दिवस के मौके पर जिलें में अनेक जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। जिसके तहत सभी विकासखण्डों के चयनित स्कूलो में आईडीएसपी शाखा द्वारा स्कूलों छात्र छात्राओं को रोग की जानकारी, संक्रमण एवं बचाव के तरीकों पर चर्चा करते हुए प्रचार प्रसार किया गया। विश्व रैबीज दिवस के संबंध में जानकारी देतें हुए आईडीएसपी के जिला नोडल अधिकारी डॉ नवदीप बांधे ने बताया कि,रेबीज एक संक्रामक रोग है जो तब फैलता है जब कोई संक्रमित कुत्ता,बिल्ली,बंदर आदि जानवर व्यक्ति को काट ले या खुरच दे।संक्रमण होने पर व्यक्ति में पानी से डर,ऐंठन ,जकड़न ,चक्कर कोमा,लार का टपकना आदि प्रमुख लक्षण हो सकते हैं।
जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट श्वेता शर्मा ने छात्रों को बताया की जानवर के काटने पर सबसे पहले घाव को साबुन और साफ पानी से 15 मिनट तक अच्छे से धोएं फिर घाव पर उपलब्ध एंटी सेप्टिक लगायें,घाव को खुला रखते हुए तुरंत नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। उन्होंने आगें बताया कि इससे बचाव के लिए जानवर के काटने पर तुरंत टीका लगवाना चाहिए। पहला टीका उसी दिन ही लगाना जरूरी है नही तो संक्रमण फैलने की संभावना बनी रहती है। साथ ही डॉक्टर की सलाह पर अमल करें। एक्सपोजर से बचने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन के निर्देश पर एक माह में तीन खुराक शून्य,सात और इक्कीस एवं अट्ठाइस दिन में दी जाती है।आईडीएसपी के जिला नोडल अधिकारी डॉ नवदीप बांधे ने बताया जिले में अगस्त माह में ही कुल 236 कुत्ते काटने के केस सामने आए हैं साथ ही 9 बिल्ली के और 7 बंदर काटने के मामले दर्ज किये गए। इस प्रकार जानवरों के काटने से रेबीज का खतरा होता है ऐसे में इस प्रकार की घटना होने पर तुरंत ही स्वास्थ्य केंद्र पर सम्पर्क करना जरूरी है अन्यथा जान को भी खतरा बना होता है।
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