नई दिल्ली। पीएम मोदी ने मौजूदा समय में अमेरिका दौरे पर है। गुरुवार को पहले दिन पीएम मोदी की पांच कंपनियों के ग्लोबल सीईओ से मुलाकात की। प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार को पांच क्षेत्रों की प्रमुख अमेरिकी कंपनियों के सीईओ से मुलाकात की। इनमें क्वालकाम, एडोब, फर्स्ट सोलर, जनरल एटोमिक्स और ब्लैकस्टोन शामिल हैं। इनमें एडोब के सीईओ शांतनु नारायण और जनरल एटोमिक्स के सीईओ विवेक लाल भारतीय-अमेरिकी हैं। तीन अन्य सीईओ में क्वालकाम के क्रिस्टिआनो ई. एमोन, फर्स्ट सोलर के मार्क विडमार और ब्लैकस्टोन के स्टीफन ए. स्वार्जमैन शामिल हैं। नारायण से मुलाकात भारत सरकार की सूचना प्रौद्योगिकी और डिजिटल क्षेत्र में प्राथमिकता को दर्शाती है।
वहीं, जनरल एटोमिक्स के सीईओ लाल से मुलाकात इसलिए अहम है क्योंकि उनकी कंपनी सैन्य ड्रोन तकनीक के मामले में अग्रणी है और सैन्य ड्रोन के उत्पादन में दुनिया की शीर्ष कंपनी है। भारत अपनी तीनों सेनाओं के लिए बड़ी संख्या में ड्रोन खरीदने की प्रक्रिया में है। क्वालकाम के क्रिस्टिआनो से मुलाकात भी काफी अहम है क्योंकि भारत 5जी तकनीक को सुरक्षित बनाने पर जोर दे रहा है। यह कंपनी वायरलेस तकनीक से जुड़े सेमीकंडक्टर और साफ्टवेयर बनाती है। भारत की कोशिश क्वालकाम को देश में बड़े निवेश के लिए आकर्षित करने की है। ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए भारत सौर ऊर्जा के इस्तेमाल की दिशा में बड़े कदम उठा रहा है। इस लिहाज से फर्स्ट सोलर के सीईओ मार्क विडमार से प्रधानमंत्री की मुलाकात के खास मायने हैं। उनकी कंपनी फोटोवोल्टिक (पीवी) सोलर साल्यूशंस की अग्रणी वैश्विक प्रदाता है। वहीं ब्लैकस्टोन दुनिया की अग्रणी निवेश कंपनी है।
बैठक के बाद क्रिस्टियानो आर अमोन कहा कि यह एक शानदार बैठक थी। हमें भारत के साथ साझेदारी पर बहुत गर्व है। हमने 5 जी और इसमें गति के बारे में बात की। हमने न केवल भारत में बल्कि प्रौद्योगिकी के निर्यात के रूप में उद्योग को आगे बढ़ाने के एक अविश्वसनीय अवसर के बारे में बात की।
एडोब के सीईओ शांतनु नारायण ने कहा कि हमारे लिए हमारी सबसे बड़ी संपत्ति लोग हैं। शिक्षा को प्रोत्साहित करने के संबंध में जो कुछ भी होता है, डिजिटल साक्षरता होने से एडोब को मदद मिलती है। हम शिक्षा में अधिक जोर और रुचि के बहुत समर्थक हैं।
फर्स्ट सोलर के सीईओ मार्क आर विडमार ने कहा कि स्पष्ट रूप से उनके नेतृत्व के साथ और उन्होंने औद्योगिक नीति के साथ-साथ व्यापार नीति में एक मजबूत संतुलन बनाने के लिए क्या किया है, यह भारत में विनिर्माण स्थापित करने के लिए फर्स्ट सोलर जैसी कंपनियों के लिए एक आदर्श अवसर बनाता है। मुझे लगता है कि अगर भारत ने जो किया है, अगर हर देश उसे अपना सकता है और उसका अनुकरण कर सकता है, तो दीर्घकालिक जलवायु लक्ष्य उद्देश्यों को पूरा करने की हमारी क्षमता कोई समस्या नहीं होगी।
जनरल एटॉमिक्स के सीईओ विवेक लाल ने कहा कि यह एक उत्कृष्ट बैठक थी। हमने प्रौद्योगिकी और भारत में आने वाले नीतिगत सुधारों में विश्वास और निवेश के नजरिए से भारत में अपार संभावनाओं के बारे में बात की।
ब्लैक स्टोन के चेयरमैन सीईओ स्टीफन ए श्वार्जमैन कहा कि यह(मोदी सरकार) विदेशी निवेशकों के लिए एक बहुत ही अनुकूल सरकार है। जो लोग रोज़गार पैदा करने के लिए भारत में पूंजी लगाना चाहते हैं, उनके सहयोग के लिए भारत सरकार को उच्च ग्रेड मिलना चाहिए। भारत दुनिया में निवेश के लिए ब्लैकस्टोन का सबसे अच्छा बाजार रहा है। यह अब दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ने वाला देश है। इसलिए हम बहुत आशावादी हैं, और हमने भारत में जो किया है उस पर हमें गर्व है।
इसके बाद पीएम मोदी की भारतीय मूल की अमेरिका की उप राष्ट्रपति कमला हैरिस के साथ द्विपक्षीय बैठक होनी है। उपराष्ट्रपति के समारोह कार्यालय में बैठक भारत समयानुसार में शुक्रवार 12.45 बजे होगी। बैठक बंद कमरे में होगी, लेकिन शुरू होने से पहले उसे देखने के लिए एक मीडिया पूल की अनुमति दी जाएगी और नेता बयान दे सकते हैं। कमला हैरिस और पीएम मोदी के बीच अब तक केवल एक फोन कॉल के माध्यम से बातचीत की हुर्इ। हालांकि उपराष्ट्रपति बनने के तुरंत बाद उन्होंने कई विश्व नेताओं से बात की थी, उन्होंने जून में ही पीएम मोदी के साथ फोन पर बातचीत की थी, जब उन्होंने राष्ट्रपति जो बाइडेन के भारत से टीके भेजने की पेशकश पर चर्चा की थी। पीएम मोदी ने ट्वीट कर इस बारे में जानकारी दी थी।
यह बैठकों की श्रृंखला का हिस्सा है, जो पीएम मोदी उन चुनिंदा कारपोरेट प्रमुखों के साथ करेंगे, जिनमें भारत में महत्वपूर्ण निवेश करने की क्षमता है।
पीएम मोदी ऑस्ट्रेलिया के पीएम स्कॉट मॉरिसन से भी द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। पीएम मोदी जापान के पीएम योशिहिडे सुगा के साथ भी विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करेंगे। जापान और आस्ट्रेलिया भी क्वाड ग्रुप का हिस्सा हैं। भारत और अमेरिका भी क्वाड में शामिल हैं।
ज्ञात हो कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के निमंत्रण पर पीएम नरेंद्र मोदी 23 से 25 सितंबर तक अमेरिका के दौरे पर हैं। उनकी मुलाकात जो बाइडन के साथ भी होगी।
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