बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एक निजी हॉस्पिटल (Private Hospital) के संचालक का अपहरण (abduct) के करने वाले दो डॉक्टर समेत पांच को बिलासपुर पुलिस ने मुरादाबाद (Muradabad) में गिरफ्तार कर लिया है।
सरकंडा पुलिस (Sarkanada Police) ने मामले की जानकारी देते हुए बताया है, आरोपियों के तलाश में गई टीम 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर बिलासपुर (Bilaspur) के लिए निकली है। दोपहर बाद टीम उन्हें लेकर बिलासपुर पहुंचेगी। इसके बाद ही और जानकारी देने की बात पुलिस ने कही।
क्या है मामला?
प्रदीप अग्रवाल (Pradeep Agrawal) ने बिलासपुर (Bilaspur) में कोरोनाकाल के दौरान अस्पताल खोला था। यहां प्रैक्टिस करने दिल्ली की एक एजेंसी के माध्यम से दो डॉक्टर पहुंचे थे जो मूलतः मुरादाबाद (Muradabad) के रहने वाले है। इस दौरान अस्पताल संचालक और दोनों डॉक्टरों के बीच पैसे को लेकर विवाद चल रहा था। बताया जाता है कि दोनों डॉक्टर कोरोना काल में आये मरीजों से जो मुनाफा हुआ है। उसमें हिस्सा मांग रहे थे, जिसे लेकर दोनों पक्षों द्वारा शिकायत भी किया गया था।
जानकारी के मुताबिक अपहरण (abduction) कि घटना पिछले रविवार की है। जब संचालक प्रदीप अग्रवाल (Pradeep Agrawal) सैलून गए थे तभी उनका अपहरण किया गया। उन्हें छत्तीसगढ़ पासिंग नंबर वाली कार से पेंड्रा, शहडोल होते हुए मुरादाबाद (Muradabad) ले जाया गया। किडनैप के बाद अस्पताल में उनसे ही फोन करवाकर ब्लैंक चेकबुक भी मंगवाई और कोरे कागज में हस्ताक्षर भी करवाएं। इसमें अस्पताल के और भी कर्मचारियों की संलिप्तता की आशंका थी। जांच में मुस्तैद पुलिस को इसी सुराग की तलाश थी। जिसके बाद अस्पताल में पुछताछ शुरु किया गया। जिसकी सूचना किडनैपरों को मिली। जिसके बाद आरोपियों ने संचालक को दिल्ली एयरपोर्ट में छोड़ दिए।
ये लोग पकड़े गए
आरोपी डॉ. शैलेन्द्र मसीह, डॉ. मोहम्मद आरिफ, टेक्नीशियन फिरोज खान और ड्राइवर रिजवान उसका एक अन्य साथी आरिफ मुरादाबाद से गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में पुलिस ने पहले ही अपस्ताल में ही काम करने वाली नर्स को हिरासत में लिया था, उससे पूछताछ के बाद ही पुलिस को इस पूरे अपहरण कांड को सुलझाने में सफलता मिली है। बिलासपुर (Bilaspur) पुलिस जल्द इसका खुलासा करेगी।
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