रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में नक्सलियों से बड़ी समस्या कुपोषण है, और इस चुनौती से हम लड़ रहे हैं। इस समस्या का निराकरण एक दिन में हो पाना संभव नहीं। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह द्वारा पंडो आदिवासियों की मौत पर लगाए गए आरोप के सन्दर्भ में यह बात कही।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से जब भाजपा द्वारा पंडो आदिवासियों की मौत की जाँच के लिए राष्ट्रपति और राज्यपाल को पत्र लिखे जाने संबंधी सवाल किया गया तब उन्होंने कहा कि पंडो आदिवासियों के लिए अभी काम करने की जरुरत है, भाजपा शिकायत करे, मगर रमन सिंह और भाजपा यह तो बताएं कि उन्होंने 15 सालों तक पंडो आदिवासियों के लिए किया क्या?
सुपोषण अभियान का मिल रहा है लाभ
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि प्रदेश में कुपोषण तो नक्सलियों से भी बड़ी समस्या है। यहां 05 साल से कम उम्र के बच्चों में 41% कुपोषित हैं, 47% महिलाएं एनिमिक हैं। इस दिशा में हमने काम शुरू किया है, प्रदेश में दो बार लॉक डाउन लगने के बावजूद हमारा सुपोषण अभियान जारी रहा। अनेक जिलों में इसका खासा असर पड़ा है। हमारे कार्यकाल में कुपोषण में औसतन 13% की कमी आयी है जबकि भाजपा के शासनकाल एक दो प्रतिशत से ज्यादा कुपोषण नहीं घटा है।
केंद्र पर राज्य की उपेक्षा का लगाया आरोप
मुख्यमंत्री ने बताया कि केंद्र सरकार किसानों का पूरा धान नहीं खरीद रही है। हमने बार-बार अनुरोध किया कि हमें धान से एथेनॉल बनाने की अनुमति दें मगर केंद्र ने अब तक अनुमति नहीं दी। इससे किसानों और राष्ट्र को नुकसान हो रहा है। इसी तरह उन्होंने छत्तीसगढ़ के लिए एयर कार्गो की सुविधा शुरू करने की मांग केंद्र से की, मगर यह सुविधा नहीं मिलने से यहां के उद्योगपतियों को नुकसान हो रहा है।
सरकार गोबर से बनाएगी बिजली
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ग्रीन एनर्जी का जिक्र करते हुए बताया कि हम गोबर से बिजली बनाएंगे। जिन गावों में गोबर ज्यादा मात्रा में मिलेगा वहां हम उससे बिजली बनाएंगे। हमने गोबर से बिजली बनाने के लिए MOU किया तो लोग आगे आये और कह रहे है कि हमे गोबर दीजिये हम बिजली बनाएंगे। दुनिया मे एक मात्र छत्तीसगढ़ सरकार है जो 2 रुपये किलो गोबर खरीद रही है। हमने बस्तर में 7 में से 5 जिलों को ऑर्गनिक बनाने की अनुमति भारत सरकार से ले ली है।
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