रायपुर 19 सितंबर 2021। नोवल-कोरोना संक्रमण से बचने और तीसरी लहर को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ लोग भी जागरूक हैं। और कोरोना से बचने को स्वयं टीकाकरण करा रहे हैं इसी कड़ी में कलिंगा विश्वविद्यालय में टीकाकरण शिविर का आयोजन किया गया जिसमें 200 छात्रों को टीकाकरण का द्वितीय डोज़ लगाया गया।जिसमें विदेशी छात्र भी सम्मिलित रहे। टीकाकरण शिविर में अफ्रीकन, अफगानिस्तान और नेपाल से आए 91 विद्यार्थियों ने भी टीकाकरण कराया। टीकाकरण का मुख्य उद्देश्य देश में रह रहे प्रत्येक नागरिक को नोवल-कोरोना संक्रमण से सुरक्षित करना है।
टीकाकरण कार्यक्रम का उद्घाटन कलिंगा विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर डॉ.आर.श्रीधर द्वारा किया गया। इस अवसर पर चेयरमेन डॉ.राजीव कुमार,चांसलर डॉ.संदीप अरोड़ा और रजिस्ट्रार डॉ.संदीप गांधी मौजूद रहे।
कलिंगा विश्वविद्यालय में हुए टीकाकरण की जानकारी देते हुए चीफ प्रॉक्टर प्रो. डॉ विजय आनंद ने बताया, ‘’स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा कलिंगा विश्वविद्यालय में 200 विद्यार्थियों का टीकाकरण किया गया। जिसमें विदेशों से भारत में शिक्षा लेने आये 91 विदेशी विद्यार्थी भी शामिल थे। जिसमें नाइजीरिया के 70, अफगानिस्तान के 6, और नेपाल के 15 विद्यार्थियों को स्वास्थ्य टीम द्वारा टीकाकरण किया गया।‘’
नेपाल से भारत में शिक्षा लेने आए छात्र श्याम यादव ने टीकाकरण के उपरांत अपने विचार को साझा करते हुए कहा,’’ टीकाकरण के समय केवल सुई चुभने का एहसास होता है जो हर तरह के इंजेक्शन लेने पर होता है । उसके बाद सामान्य रहता है आधा घंटा ऑब्जरवेशन के बाद हम लोगों को हॉस्टल में भेज दिया गया जाने से पहले कुछ हिदायतें भी दी गई और बुखार आने पर पैरासिटामोल का उपयोग करने को कहा साथ ही अगर कुछ असमानता लगे तो उसकी जानकारी भी बताने को कहा गया। साथ ही यह जानकारी दी गयी कि टीकाकरण कराने से आपको कहीं भी आने-जाने में परेशानी नहीं होगी बल्कि यह टीकाकरण कराने से आप कोविड-19 से बचने का एक सुरक्षा कवच पहन लेते है। कोविड के लिए टीकाकरण ही सुरक्षित और कारगर है इलाज है” ।
नाइजीरिया से शिक्षा लेने आए छात्र तेजीन लुआल बताते है, ‘’भारत सरकार द्वारा देश में रह रहे सभी नागरिकों का टीकाकरण कराने पर जोर दिया जा रहा है ।उसी कड़ी में आज हमारा भी टीकाकरण किया गया। पूरे विश्व को कोविड-19 के संक्रमण से बचाने के लिए टीकाकरण का कार्य किया जा रहा है इसी कड़ी में हम लोगों का भी आज टीकाकरण किया गया। टीकाकरण कराने से आप स्वयं सुरक्षित होते हैं, साथ ही आपके आसपास रहने वाले लोग भी सुरक्षित हो जाते हैं टीकाकरण एक सामान्य प्रक्रिया है टीकाकरण के माध्यम से ही हम कोविड- 19 के संक्रमण को कम कर सकते हैं और विश्व को इस घातक बीमारी से बचा भी सकते हैं । साथ ही विद्यार्थी होने के नाते हमें वापस अपने देश जाने के लिए एयरपोर्ट पर टीकाकरण के सर्टिफिकेट की भी आवश्यकता होती है । जो टीकाकरण के उपरांत ही हमें मिलता है । हम भारत सरकार का के साथ-साथ छत्तीसगढ़ सरकार को भी धन्यवाद देते हैं उन्होंने हमारा टीकाकरण करवाया । इससे हम भी सुरक्षित होंगे और हमारे संपर्क में आने वाले लोग भी सुरक्षित होंगे और जब हम अपने देश वापस जाएंगे तो वहां के नागरिक भी सुरक्षित रहेंगे”।
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