बारिश से प्रभावित लोग शिविर में दोपहर तीन बजे तक रहे भूखे

बारिश से प्रभावित सीतामढ़ी सामुदायिक भवन में ठहरे परिवारों दो बजे तक भूख से व्याकुल रहे। समय पर भोजन उपलब्ध नहीं कराए जाने परिवार हलकान रहे। शनिवार को बारिश थमने से 16 में से 10 परिवार वापस चले गए हैं लेकिन छह परिवार अब भी भवन में अब भी ठहरे हैं। निगम प्रशासन ने सभी परिवारों की घर वापसी मानते हुए उनकी सुध लेना छा

बारिश से प्रभावित सीतामढ़ी सामुदायिक भवन में ठहरे परिवारों दो बजे तक भूख से व्याकुल रहे। समय पर भोजन उपलब्ध नहीं कराए जाने परिवार हलकान रहे। शनिवार को बारिश थमने से 16 में से 10 परिवार वापस चले गए हैं लेकिन छह परिवार अब भी भवन में अब भी ठहरे हैं। निगम प्रशासन ने सभी परिवारों की घर वापसी मानते हुए उनकी सुध लेना छोड़ दिया। दोपहर तीन बजे बाद उन्हे भोजन प्रदान की गई।

दर्री बांध से पानी छोड़े जाने के कारण शहर के सीतामढ़ी क्षेत्र कई घरों में पानी भर गया था। खतरे की संभावना को देखते हुए 16 परिवार के लोगों को सामुदायिक केंद्रों में ठहराया गया है। निगम प्रशासन की ओर से शक्रवार की रात और गुरूवार को भोजन दिया गया, लेकिन तीसरे दिन शनिवार को उनके हाल पर छोड़ दिया गया। सामुदायिक भवन में ठहरे रामबिहारी ने बताया कि उन्हे सुबह के समय चाय दिया गया पर दो बजे के बाद भी भोजन नही मिला है। नदी में पानी छोड़े जाने से उसके घर में पानी भर गया था। घर दीवार और फर्श के गीले हैं। ऐसे में रहना मुश्किल है। देवमती ने बताया मकान का छत टूट चुका है। जब तक मरम्मत नहीं होगी तब तक सामुदायिक भवन में रहने की मजबूरी है। शकुंतला बाई ने बताया बारिश के कारण घर इस लायक नहीं कि छोटे बच्चों के साथ सके। उल्लेखनीय है कि दर्री बांध के सात और 12 नंबर गेट को 10 फीट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। जिसका सीधा प्रभाव सीमातढ़ी के नदी तट से लगे बस्तियों में पड़ रहा है। हर साल बारिश के दौरान नदी में दर्री बांध से पानी छोड़ने से यह नौबत आती है। स्थानीय लोगों की माने तो रेत का ताबड़- तोड़ निकासी होने नदी में बड़े गड्ढे हो गए है। पानी का सामान्य बहाव होने के बजाए गड्ढों में भर रहा है। जिससे बस्ती तक पानी पहुंच रही है। बाढ़ जैसी स्थिति से लोगों को हलकान होना पड़ रहा।

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