गौरेला-पेंड्रा-मरवाही 16 सितंबर 2021/ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक एवं सदस्य श्रीमती अर्चना उपाध्याय की उपस्थिति में आज कलेक्टोरेट परिसर के अरपा सभाकक्ष में महिलाओं से संबंधित शिकायतों के निराकरण के लिए सुनवाई की गई। जिनमे महिला आयोग के समक्ष जिले में महिला उत्पीड़न से संबंधित 11 प्रकरण सुनवाई के लिए रखे गए। जिनमें 11 प्रकरणो की सुनवाई हुई तथा शत प्रतिशत प्रकरण नस्तीबद्ध किये गये।
आज सुनवाई के दौरान एक प्रकरण में रास्ते का विवाद था, जिसमे पुलिस जांच कर रही है। आयोग द्वारा महिला सेल प्रभारी को इस प्रकरण में जांच कर रास्ते के विवाद का निपटारा कर रिपोर्ट आयोग कार्यालय में प्रेषित करने कहा गया है जिससे इस प्रकरण को निराकृत किया जा सकेगा।
एक अन्य प्रकरण में आवेदिका ने बताया कि उनके 3 साल के बच्चे को लेकर नवीन संकुल ले के गयी थी, प्राचार्य ने सार्वजनिक रूप से अभद्र व्यवहार किया जिसमे उनका कथन है कि विभागीय निर्देश पर मीटिंग में आवेदिका के बच्चे के कारण व्यवधान हो रहा था, जिसे रोकने को कहा व आवेदिका से किसी प्रकार से कोई अभद्र व्यवहार नही किया। अनावेदक ने कहा जिस भी आवेदिका को बुरा लगा हो तो मैं खेद व्यक्त करता हूं। इस प्रकार प्रकरण को नस्तीबद्ध किया गया।
एक अन्य प्रकरण मे आवेदिका ने बताया कि सरपंच के समझाइश पर अब कोई कार्यवाही नही चाहती हूं, इस प्रकार से प्रकरण को नस्तीबद्ध कर दिया गया।
इसी प्रकार एक अन्य प्रकरण में आवेदिका को अज्ञात व्यक्ति द्वारा पत्र के माध्यम से परेशान किया जा रहा है, अज्ञात व्यक्ति होने के कारण आज सुनवाई में उन्हें तामील नही किया गया। आयोग द्वारा आवेदिका को समझाइश दिया गया कि महिला सेल में सभी मूल पत्रों को देकर संदेही व्यक्ति के नाम व कारणों की जांच करने में पुलिस की सहयोग करें। इस समझाइश के साथ प्रकरण को नस्तीबद्ध किया गया।
आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि अज्ञात व्यक्ति द्वारा यदि किसी महिला को परेशान किया जाता है तो उनके ऊपर पुलिस विभाग द्वारा कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
इसी प्रकार एक अन्य प्रकरण में आवेदिका अनुपस्थित रही, महिला सेल प्रभारी ने बताया कि आवेदिका लगातार काउंसलिंग में अनुपस्थित रहती है, तथा आवेदिका कोई कार्यवाही नही चाहती है जिसके दस्तावेज महिला सेल द्वारा आयोग को दिया गया। अनावेदक द्वारा बताया गया कि वह आवेदिका को साथ मे रखने हेतु प्रकरण न्यायालय में मेरे द्वारा लगाया गया इस प्रकार प्रकरण नस्तीबद्ध किया गया।
एक अन्य प्रकरण में आवेदिका अनुपस्थित अनावेदक उपस्थित अनावेदक द्वारा व्यक्त किया गया कि उनके खिलाफ इसी तरह पहले भी गुमनाम शिकायत किया गया है और पुलिस विभाग द्वारा जांच किया गया और उसमें आजतक कोई कार्यवाही नही हुई। यह प्रकरण कॉलेज का है जिसमे छात्राओं ने भी लिखित में आयोग को दिया गया है कि अनावेदक के नाम से झूठी शिकायत किया गया है। आयोग द्वारा आवेदन को देखने से स्पष्ट होता है कि आवेदन झूठी शिकायत प्रतीत होता है इस प्रकार प्रकरण नस्तीबद्ध किया गया। महिला आयोग द्वारा आयोजित सुनवाई के अवसर पर अपर कलेक्टर श्री बी सी एक्का सहित पुलिस एवं जिला प्रशासन के अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
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