पसान रेंज में हाथियों का आतंक जारी, तोड़े तीन मकान, रौंदी फसल

कोरबा 16 सितंबर। जिले के वनमंडल कटघोरा के पसान रेंज में हाथियों का आतंक जारी है। बीती रात यहां के अमझर गांव में खदेडऩे व ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने गए फारेस्ट अमले को गज दल ने घेर लिया। हाथियों द्वारा चारों ओर से घेरे जाने पर जान को संकट में देखकर वनअमले ने मौके पर वाहन को छोड़ भाग कर अपनी जान बचाई और आंगनबाड़ी भवन में शरण लिया। उत्पाती हाथियों ने कुछ देर यहां रूकने के बाद बस्ती में जाकर अपना गुस्सा उतारा और तीन ग्रामीणों के घरों को तोडऩे के साथ ही बाड़ी में लगे मक्का व अन्य फसलों को बूरी तरह रौंद दिया। आज सुबह रेंजर धमेन्द्र चौहान के नेतृत्व में वन विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने गांव जाकर वस्तुस्थिति की जानकारी ली और हाथियों द्वारा रात में किये गए नुकसानी का सर्वे करने के साथ ही रिपोर्ट तैयार की।

जानकारी के अनुसार 35 हाथियों का दल पसान सर्किल के अमझर गांव एवं आसपास के क्षेत्रों में पिछले कुछ दिनों से डेरा जमा रखा है। हाथियों का यह दल बुधवार को शाम ढलने के बाद अमझर गांव के बुंदेलीपारा में पहुंच गया तथा कुछ ग्रामीणों के घरों एवं बाड़ी में घुसकर उत्पात मचाना शुरू कर दिया। हाथियों के उत्पात से भयभीत ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। जिस पर रेंजर धमेन्द्र चौहान के निर्देश पर फारेस्ट कर्मी एस पी शर्मा, मानिकपुरी, आर एस धनुवार तथा कुछ सुरक्षा श्रमिक वन विभाग के बोलेरो वाहन में सवार होकर गांव पहुंचे और ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर ठहराया। अभी वन अमले द्वारा गांव में मुनादी कराने के बाद ग्रामीणों को शिव प्रसाद के पक्के मकान पर ठहराया जा रहा था

तभी रात 10 बजे के लगभग जानकारी मिली कि बुंदेलीपारा बस्ती में लालचंद के बाड़ी में हाथी पहुंच गए हैं तथा लालचंद व उसके परिवार को हाथियों ने घेर लिया है। जानकारी मिलते ही वन विभाग के कर्मी तत्काल वहां पहुंचे और हाथियों से घिरे लालचंद व उसके परिवार को किसी तरह सुरक्षित निकाला। रात 10 बजे के लगभग सुरक्षित निकाले गए लोगों को शिवप्रसाद के पक्के मकान में ठहराने के बाद वन अमला हाथियों को खदेडऩे जा रहा थाए तभी बाड़ी के पास छिपे हाथियों ने उन्हें घेर लिया। बड़ी संख्या में हाथियों को देख वन अमला मौके पर अपना वाहन छोड़ा और भाग कर समीप ही स्थित आंगनबाड़ी भवन में शरण लेकर अपनी जान बचाई।

कुछ देर आंगनबाड़ी भवन के पास मंडराने के बाद हाथी बस्ती में फिर घुस गए और तीन ग्रामीणों के मकान को निशाना बनाते हुए उसे तोड़ दिया। इतना ही नहीं ग्रामीणों के बाड़ी में लगे मक्का व अन्य फसलों को भी तहस.नहस कर दिया। आज सुबह रेंजर के नेतृत्व में वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी फिर अमझर गांव पहुंचे और रात में हाथियों द्वारा किये गए नुकसानी का सर्वे किया। पसान रेंजर श्री चौहान ने बताया कि हाथियों ने तीन मकान को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया है। वहीं 14 लोगों के मक्का व फसल को भी नुकसान पहुंचाया है। वन विभाग द्वारा नुकसानी का आंकलन किया जा रहा है। सर्वे के पश्चात ही नुकसानी का वास्तविक पता चल सकेगा। फिलहाल उत्पात में हजारों रूपए के नुकसान का अनुमान लगाया गया है।

समयावधि में प्रकरण तैयार नहीं किया, दो निलंबित

इस बीच जलके सर्किल के सेमरहा व तनेरा बिट में हाथी मुआवजा प्रकरण में लापरवाही बरतने के कारण दो कर्मचारियों बिट गार्ड सुरेश यादव सेमरहा तथा कौशल प्रसाद द्विवेदी तनेरा को निलंबित कर दिया गया है। डीएफओ श्रीमती शमा फारूखी ने रेंजर धमेन्द्र चौहान के रिपोर्ट पर यह कार्रवाई की है। श्री चौहान ने कहा था कि दोनों कर्मचारियों ने हाथी पीड़ितों का समयावधि में प्रकरण तैयार नहीं किया।फलस्वरूप मुआवजा में विलंब हुआ।

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