रायपुर। दुर्ग जिले के जवानों ने प्रधान आरक्षक (head constable) से सहायक उप निरीक्षक (Assistant Sub Inspector) बनने के लिए परीक्षा दी थी। परीक्षा (Exam) पास करने के बाद यह जवान बीते करीब 3 साल से अपने प्रमोशन (Promotion) की राह ताक रहे हैं। लेकिन आजतक शासन प्रशासन ने इन्हें प्रमोशन (Promotion) नहीं दिया है। और अब फिर से प्रमोशन (promotion) के लिए परीक्षा लेने की तैयारी की जा रही है।
इसकी सूचना के बाद से पुलिस विभाग में काफी आक्रोश है। कई पुलिस जवान ने अपने साथ हो रहे नाइंसाफि के खिलाफ हाईकोर्ट (High Court) से न्याया की गुहार लगाए है। जानकारी के अनुसार सरकार ने 2018 में प्रधान आरक्षक (Head Constable) से सहायक उप निरीक्षक (Assistant sub Inspector) के लिए परीक्षा आयोजित की थी। कड़ी मेहनत करके 150 पुलिस जवानों ने परीक्षा पास की थी। इसमें से 21 को उसी समय प्रमोशन (Promotion) दे दिया गया। 48 लोगों को 2020 जुलाई में प्रमोशन (Promotion) मिल गया। बाकियों का अभी तक प्रमोशन (Promotion) नहीं किया गया है।
अब फिर से परीक्षा की तैयारी
प्रधान आरक्षक से सहायक उप निरीक्षक के पद पर पदोन्नति के लिए फिर से परीक्षा की तैयारी की जा रही है। पहले एसओपी 24/2002 के तहत परीक्षा हुई थी। अभी 25/2021 एसओपी (SOP) के तहत परीक्षा की तैयारी है। गृहविभाग के निर्देश पर आईजी दुर्ग रेंज ने करीब 46 पात्र प्रधान आरक्षकों (Head Constable) की सूची जारी की है। जिसमें पहले परीक्षा पास करने वालों के भी नाम है। आदेश के तहत 15 से 21 तक फिजिकल और 26 को लिखित परीक्षा (Written Exam) करने का आदेश था। लेकिन किसी कारण से आज परीक्षा नहीं हुई। यही नहीं जो पात्र है, उन्हें परीक्षा की तैयारी के लिए समय भी नहीं दिया गया है। अचानक परीक्षा का आदेश जारी कर दिए है। इससे अन्य पुलिस कर्मी में भी आक्रोश है।
हाईकोर्ट के वकील सोमकांत वर्मा ने बताया कि पुलिसकर्मियों ने हाईकोर्ट से न्याय की गुहार लगाई है। हाईकोर्ट ने पुलिस विभाग को 60 दिवस में निर्णय लेने का निर्देश दिए है। इसके अलावा कुछ अन्य पुलिस कर्मियों ने हाईकोर्ट में अर्जेट हियरिंग के लिए अपील की है।
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