जिले में औसत से ज्यादा बारिश:70 घंटे से चल रहा हाइडल प्लांट, जलस्तर बढ़ा तो दर्री डैम का गेट खोला गया….

0 हसदेव नदी में छाेड़े रहे 16359 क्यूसेक पानी, नदी-नाला उफान पर, कई जगह मकान धंसकने की घटना

0 तीसरे दिन भी झमाझम बारिश: दाेपहर कुछ घंटे तक खुला रहा माैसम, शाम के बाद फिर कुछ देर हुई बारिश, कई क्षेत्राें में भरा पानी

माैसम विभाग के अलर्ट के बाद जिले में 3 दिन से लगातार बारिश जारी है। इस कारण मिनीमाता बांगाे डेम में पानी बढ़ता जा रहा है। इसलिए जल संसाधन विभाग द्वारा बांगाे डेम का लेवल मेंटन करने 70 घंटे से लगातार हाइडल प्लांट काे चलाकर पानी छाेड़ा जा रहा है। दूसरी ओर वहां से पानी नीचे आने से दर्री डेम का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।

इसलिए मंगलवार की देर रात से दर्री डेम एक गेट काे 12 फीट खाेलकर 16359 क्यूसेक पानी निकाला जा रहा है। इस कारण हसदेव नदी में पानी बढ़ गया है। दूसरी ओर बारिश के कारण जिले के दूसरे नदी-नालाें के जलस्तर भी बढ़ गए हैं। बाढ़ की आशंका काे देखते हुए हसदेव नदी समेत अन्य नदी-नाला के किनारे क्षेत्र में अलर्ट जारी कर दिया है। बुधवार काे दाेपहर में कुछ घंटे के लिए माैसम खुलने से बारिश थमी रही। इसके बाद शाम 6 बजे के बाद फिर से झमाझम शुरू हाे गई। लगातार बारिश से कई क्षेत्र में जल भराव की स्थिति निर्मित हाे गई है। वहीं कई जगह मकान और दीवार धंसकने की घटना भी हुई है।

बांगाे से छाेड़ा जा रहा 22.17 मिलियन क्यूसेक पानी
मिनीमाता बांगाे डेम की कुल भराव क्षमता 359.59 मीटर है। वहीं बुधवार सुबह तक की बारिश में डेम में 357.76 मीटर तक पहुंच गया है। वर्ष 2018 में सबसे अधिकतम 358.61 मीटर जलभराव हाे गया था। इससे अभी जलस्तर 1 मीटर कम है। इससे ज्यादा भराव हाेने पर बांगाे डेम के गेट खुलने की स्थिति बन सकती है। इसलिए हाइडल प्लांट काे लगातार चलाते हुए 24 घंटे के दाैरान 22.17 मिलियन क्यूसेक पानी छाेड़ा जा रहा है, जबकि 24 घंटे के दाैरान 32.04 मिलियन क्यूसेक पानी बांगाे डैम में पहुंच रहा है।

जिले में औसत से ज्यादा हुई बारिश
कृषि विभाग से जारी रिपाेर्ट के आधार पर बुधवार 15 सितंबर तक की स्थिति में जिले में औसत से ज्यादा बारिश हाे चुकी है। जिले की औसत वर्षा 1303.31 मिली मीटर है, जबकि बुधवार तक इससे ज्यादा 1332.1 मिली मीटर बारिश हाे चुकी है। इस तरह कुल 102.2 प्रतिशत बारिश हुई है। बुधवार काे जिले में कुल 45.1 मिली मीटर बारिश हुई है। इस तरह भादाे में झमाझम हाे रही बारिश से डेम के जलस्तर के साथ ही नदी-नाला में पानी बढ़ने से बाढ़ का खतरा बढ़ रहा है।

बांकीमाेंगरा काॅलाेनी में भरा पानी
लगातार बारिश के कारण नीचे इलाकाें में पानी भरने लगा है। बुधवार काे बांकीमाेंगरा स्थित एसईसीएल काॅलाेनी में पानी भर गया। यहां तक कि पानी कई घराें में घुस गया। इससे लाेगाें काे परेशान हाेना पड़ा। काॅलाेनीवासियाें के मुताबिक काॅलाेनी निचले इलाके में हाेने के कारण हर साल ज्यादा बारिश हाेने पर ऐसी स्थिति निर्मित हाेती है। बावजूद एसईसीएल प्रबंधन ध्यान नहीं दे रहा है। वहीं बालकाे क्षेत्र में भी कुछ इलाके में पानी जमा हाे गए थे।

टीम अलर्ट: राहत और बचाव कार्य के लिए तैयारी पूरी
नगर निगम के अपर आयुक्त अशाेक शर्मा के मुताबिक अतिवृष्टि हाेने की स्थिति में बांगाे व दर्री डेम से ज्यादा मात्रा में पानी छाेड़ने पर हसदेव नदी में बाढ़ की स्थिति बनती है। इसके लिए पहले जल संसाधन विभाग सूचना देती है, अभी ऐसी स्थिति नहीं है। डैम में लेवल बनाए रखने पानी छाेड़ रहे हैं। हालांकि बारिश में नगर निगम की टीम अलर्ट है। बाढ़ आने पर राहत व बचाव कार्य के लिए पूरी तैयारी है।

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