RTO ऑफिस एजेंट के सहारे, जिला परिवहन अधिकारी के लापरवाही से परेशान हो रहे हैं आवेदक

मुंगेली 15 सितम्बर (वेदांत समाचार) प्रशासन के नियमों को खुली चुनौती देता जिला परिवहन अधिकारी। इन दिनों मुंगेली RTO ऑफिस में पूरी तरह से एजेंटों का बोलबाला चल रहा है। जब कोई भी आवेदक अपनी ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने ऑफिस जाता है तो उसे ऑफिस के बाहर या अंदर एजेंट ही दिखाई देते हैं। जब आवेदक लाइसेंस बनवाने की बात करता है तो एजेंट उसे अधिकारी या कर्मचारियों के सामने सीधे मोल करते दिखाई देता है ,अधिकारी कर्मचारी सभी को पता चल रहा होता है फिर भी ऑफिस के तरफ से किसी प्रकार की कोई टिप्पणी नहीं की जाती, मतलब साफ है कि एजेंटों के द्वारा अधिकारी कर्मचारी को चुप रहने के पर्याप्त पैसा मिलता है। कार्यालय (RTO) में खुलेआम एजेंटों का बोलबाला है। अपने आप को आरटीओ एजेंट बताने वाले बिचौलिए वाहनों के रजिस्ट्रेशन, ड्राइविंग लाइसेंस, फिटनेस जैसे कार्यों के लिए आवेदकों से मोटी रकम वसूल रहे हैं।

जब परिवहन विभाग में लाइसेंस बनवाने का पूरा फार्मूला पूछा जाता है तो वहां बैठे कर्मचारी ही किसी एजेंट का सहारा ले लो तुम्हारा लाइसेंस जल्दी मिल जायेगा। ऑफिस के इस रवैये से मजबूरी में आवेदक ज्यादा पैसा देकर अपना लाइसेंस बनवाता है क्योंकि उनकी बातों को सुनने वाला आखिर है भी कोन जब अधिकारी का ही इसमें पूरी तरह से संलिप्तता रहता है। शासन के नियम अनुसार लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया में आवेदक को 1500 के आस पास ख़र्चा आता है , वहीँ एजेंट के द्वारा 4000 हजार रुपये लेकर लाइसेंस बनवाने की बात करता है और आखिर में ऑफिस के अधिकारी के लापरवाही के कारण आवेदक एजेंट के माध्यम से ही लाइसेंस बनवाता है। जब अधिकारी कर्मचारी को यह बात पता है कि एक आवेदक से लाइसेंस बनवाने के एजेंट के द्वारा तिगुना पैसा लिया जा रहा है उस समय अधिकारी के कान में जूं क्यों नहीं रेंगता, मतलब साफ है अधिकारी कर्मचारी का हर एजेंट के साथ साँठ गाँठ रहता है । चुप रहने के अधिकारी कर्मचारी को एजेंट के द्वारा मुंह बंद करने के पर्याप्त पैसा दिया जाता है।

कई शिकायतों के बावजूद आखिर परिवहन विभाग के अधिकारी कर्मचारी पर प्रशासन मौन क्यों रहती है। एक तरफ सरकार भ्रष्ट अधिकारियों कर्मचारियों के खिलाफ मुहिम छेड़ दिया कि किसी भी हालत में भ्रष्टाचार नहीं बर्दास्त किया जायेगा। प्रदेश में कई अफसर के ऊपर भ्रष्टाचार के खिलाफ मुकदमा चलाया जा रहा है तो मुंगेली परिवहन विभाग अछूता कैसे रह गया है समझ से परे है। जिला प्रशासन को ध्यान आकर्षित करने के लिए यह कदम उठाया गया है कि आम जनता को मुंगेली परिवहन विभाग गुमराह कर ज्यादा पैसा ऐंठने के लिए एजेंटों का सहारा ले रही है इस पर सख्त कार्रवाई कर उचित कदम उठाये जिससे आम जनता के जेब पर अनावश्यक भार न पड़े।

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