रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंदकुमार बघेल को कोर्ट से बेल मिल गई है। बता दें नंदकुमार बघेल ने लखनऊ में ब्राह्मणों को लेकर विवादित टिप्पणी की थी। इसके बाद सर्व ब्राह्मण समाज के लोगों ने डीडीनगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। इसके बाद 7 सितम्बर को उन्हें कोर्ट में पेश किया गया था। जहाँ कोर्ट ने उनको 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। नंदकुमार बघेल के 72 घंटे जेल में बिताने के बाद आज इनके वकील ने कोर्ट में जमानत याचिका पेश किया। जिसके बाद कोर्ट ने उन्हें बेल दे दी है।
दरअसल, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ब्राह्मणों को लेकर विवादित टिप्पणी की थी। उनके इस बयान के बाद एक तरफ जहां ब्राह्मण समाज ने विरोध शुरू कर दिया। तो बीजेपी भी सीएम के पिता के बयान के खिलाफ कांग्रेस पर हमलावर हो गई। मामले ने तूल पकड़ा तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने खुद अपने पिता के बयान पर नाराजगी जाहिर की उन्होंने कहा कि कानून के ऊपर कोई नहीं है। चाहे उनके पिता ही क्यों न हो। मामले में को लेकर धीरे-धीरे पूरे देश में सीएम के पिता का विरोध हो रहा था।
इस बयान के वजह से जेल पहुंचे थे नंदकुमार बघेल
नंदकुमार बघेल ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजित हुए एक कार्यक्रम में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा था कि “अब वोट हमारा राज, तुम्हारा नहीं चलेगा। हम यह आंदोलन करेंगे. ब्राह्मणों को गंगा से वोल्गा भेजेंगे। वे विदेशी हैं और जिस तरह अंग्रेज आए और चले गए, उसी तरह ये ब्राह्मण सुधर जाएं या फिर गंगा से वोल्गा जाने के लिए तैयार रहें।”
यही वो बयान था जिसके बाद पूरे देश में ब्राह्मणों ने नंदुकमार बघेल का विरोध शुरू कर दिया. जबकि सोशल मीडिया पर भी उनके इस बयान की जमकर आलोचना हुई थी। नंदकुमार बघेल के बयान के कुछ अंश भी सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे। जिसके बाद छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के डीडीनगर थाने में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी। इसके बाद भी शहर के कई थानों में शिकायत दर्ज हो रही है। जबकि देश के अन्य राज्यों में सीएम बघेल के पिता का विरोध शुरू हो गया था।
सीएम बघेल ने कहा था कि कानून से ऊपर कोई नहीं
पिता के दिए गए बयान पर जब विवाद बढ़ा तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने खुद आगे आकर मामले को लेकर कहा कि कानून से ऊपर कोई नहीं है, चाहे उनके पिता ही क्यों न हो। दरअसल, तीन दिन पहले नंदकुमार बघेल के बयान से नाराज ब्राह्मण समाज ने रायगढ़ में उनका पुतला दहन किया गया था। जबकि आज मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में भी नंदकुमार सिंह बघेल पर एफआईआर दर्ज कराने की मांग की थी। सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि, एक पिता होने के नाते उनका पूरा सम्मान है। मुख्यमंत्री के रूप में मेरी जिम्मेदारी है कि समाज के सभी वर्गों के बीच में समरसता और भाईचारा बना रहना चाहिए।
जागृति मंच नाम की संस्था चलाते हैं नंदुकमार बघेल
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंदकुमार बघेल उम्र 86 साल है। स्वतंत्र रूप से मतदाता जागृति मंच नाम की संस्था चलाते हैं। उनके खिलाफ रायपुर के डीडीनगर थाने में आईपीसी की धारा 153 ए और 505 1 के तहत एफआईआर दर्ज कर किया गया था। नंदकुमार बघेल ने महीने भर पहले उत्तरप्रदेश के लखनऊ में ब्राह्मण समाज के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इसके बाद ब्राह्मण समाज के लोगों ने रायपुर में प्रदर्शन भी किया था। बीजेपी छत्तीसगढ़ में नंदकुमार बघेल के बयान को सीएम से जोड़कर ट्वीटर पर हिंदू विरोधी बघेल परिवार नाम से ट्रेंड चला रही है।
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