भगवान शिव की कृपा पाने के लिए अक्सर शिव भक्त अपने गले, बाजू आदि में रुद्राक्ष धारण करते हैं. इस दिव्य बीज के बारे में माना जाता है कि यह भगवान शिव के आंसुओं से बना है. जिसे विधि–विधान से धारण करने पर हर समय भगवान शिव का आशीर्वाद बना रहता है और उसे जीवन में किसी भी ज्ञात–अज्ञात शत्रु आदि का भय नहीं रहता है. वह हर समय बुरी बलाओं से बचा रहता है. रुद्राक्ष के शुभ प्रभाव से उसे जीवन में हर क्षेत्र में सफलता मिलती है. पवित्र रुद्राक्ष को धारण करने के बाद वह तमाम तरह के मानसिक एवं शारीरिक कष्टों से बचा रहता है. आइए जानते हैं कि आखिर किस रुद्राक्ष को धारण करने पर क्या लाभ मिलता है.
- एक मुखी रुद्राक्ष – एक मुखी रुद्राक्ष को साक्षात् भगवान शिव माना गया है. इसको धारण करने पर व्यक्ति ब्रह्म–हत्या जैसे महापापों से मुक्त हो जाता है. उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
- दो मुखी रुद्राक्ष – इस रुद्राक्ष को धारण करने पर पापों का नाश होता है और व्यक्ति जीवन पर्यंत सुखी रहता है.
- तीन मुखी रुद्राक्ष – यह रुद्राक्ष अग्नि का स्वरूप होता है. इसे धारण करने वाला अग्नि के समान तेजस्वी होता है.
- चतुर्मुखी रुद्राक्ष – इस रुद्राक्ष को धारण करने वाले पर परम ब्रह्म की कृपा बनी रहती है और उसे विद्या लाभ मिलता है.
- पंचमुखी रुद्राक्ष – यह रुद्राक्ष आसानी से मिलता है और सभी प्रकार से कल्याण करने वाला है.
- छ: मुखी रुद्राक्ष – मान्यता है कि इस रुद्राक्ष में भगवान कार्तिकेय का वास होता है, जिसे दाहिने हाथ में धारण करना अत्यंत शुभ माना जाता है. यह शत्रुओं का नाश करने वाला होता है.
- सप्तमुखी रुद्राक्ष – यह रुद्राक्ष स्त्री सुख की चाह को पूरा करने वाला माना जाता है. इसे धारण करने वाले व्यक्ति से हर कोई सम्मोहित होता है.
- अष्टमुखी रुद्राक्ष – यह रुद्राक्ष साक्षात गणपति का स्वरूप है, जिसे धारण करने पर विभिन्न प्रकार से लाभ एवं सद्गुण प्राप्त होते हैं.
- नौ मुखी रुद्राक्ष – इस रुद्राक्ष को धारण करने पर नवग्रहों से जुड़े दोष दूर होते हैं और सभी प्रकार की सफलता प्राप्त होती है.
- दसमुखी रुद्राक्ष – दसमुखी रुद्राक्ष अत्यंत पवित्र एवं पावन होता है. इसे धारण करने पर पाप ग्रहों, भूत बाधा आदि से सुरक्षा मिलती है. इसे धारण करने वाले व्यक्ति को किसी भी प्रकार का कोई भय नहीं रहता है.
- एकादश मुखी रुद्राक्ष – इस रुद्राक्ष को शिखा पर धारण करने शीघ्र लाभ होता है. इसे रुद्र का स्वरूप माना गया है.
- द्वादश मुखी रुद्राक्ष – इस रुद्राक्ष को विशेष रूप से कानों में धारण करने पर सभी प्रकार के रोग और पीड़ा से मुक्ति मिलती है.
- त्रयोदशमुखी रुद्राक्ष – यह रुद्राक्ष अत्यंत ही पवित्र और चमत्कारी माना गया है. इसे धारण करने पर मनुष्य की सभी मनोकामनाएं शीघ्र ही पूर्ण होती हैं.
- चतुर्दशमुखी रुद्राक्ष – इस रुद्राक्ष को धार मस्तक पर धारण का विशेष महत्व है. इसे धारण करने पर भगवान शिव की अत्यंत कृपा रहती है.
(यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
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