संभागायुक्त व कलेक्टर ने तखतपुर में एसडीएम कार्यालय व तहसील कार्यालय का किया निरीक्षण

विनीत चौहान


बिलासपुर 27 अगस्त (वेदांत समाचार
) संभागायुक्त डॉ. संजय अलंग और कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर ने आज तखतपुर में अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) तथा तहसील कार्यालय का गहन निरीक्षण किया और राजस्व न्यायालयों के कार्य में कसावट लाने के लिये आवश्यक निर्देश दिये। उन्होंने समय पर प्रतिवेदन प्राप्त नहीं होने पर पटवारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया। संभागायुक्त व कलेक्टर ने अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय के विभिन्न शाखाओं का निरीक्षण किया। संधारित पंजियों का अवलोकन कर प्रकरणों की स्थिति की जानकारी ली। दांडिक प्रकरणों की नस्तियों का निरीक्षण किया और पारित की गई अपील रिकॉर्ड में दर्ज है या नहीं इसकी जानकारी ली।


तहसील न्यायालय में निरीक्षण कर लम्बित प्रकरणों तथा चालू प्रकरणों की जानकारी ली। तहसीलदार को आरआरसी वसूली, भू-भाटक वसूली पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया। कार्यालय में पटवारी प्रतिवेदन लम्बित थे जिन्हें समय पर पूर्ण करने कहा। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि नामांतरण के प्रकरणों को सूचीबद्ध करें और जिन प्रकरणों में बार-बार कहे जाने के बावजूद प्रतिवेदन नहीं दिया गया है, उनमें पटवारियों के विरुद्ध पर कार्रवाई करें।


संभागायुक्त एवं कलेक्टर ने एसडीएम को निर्देशित किया कि प्रतिवेदन समय पर प्राप्त करने के लिये पटवारियों के साथ वे नियमित बैठक करें। समय पर कार्य हो इसके लिये आवश्यक होने पर उनका वेतन वृद्धि रोकें साथ ही विभागीय कार्रवाई करें।
तहसील न्यायालय में अपराधिक प्रकरणों को अधिक दिनों तक लम्बित नहीं रखने और उन्हें सम्बन्धित पुलिस थाने में भेजने का निर्देश भी दिया गया। इसके साथ ही उन्होंने अर्थ दंड पंजी, भू-राजस्व पंजी सहित विभिन्न शाखाओं के पंजियों का अवलोकन कर तीन माह के भीतर सभी पंजियों को अपडेट करने का निर्देश दिया।


संभागायुक्त ने एसडीएम को तहसील कार्यालय के सभी शाखाओं में निरीक्षण कर आंतरिक ऑडिट करने का निर्देश भी दिया।
खेत में जाकर गिरदावरी कार्य का निरीक्षण संभागायुक्त एवं कलेक्टर तखतपुर विकासखंड के ग्राम जरेली में एक किसान के खेत में पहुंचे। वहां आरआई एवं पटवारी द्वारा किये जा रहे गिरदावरी कार्य का निरीक्षण किया। त्रुटिरहित गिरदावरी करने के निर्देश दिये। किसान ने खेत में सुगंधित धान बोया है। कलेक्टर ने निर्देश दिया कि उक्त कृषक का राजीव गांधी किसान न्याय योजना में पंजीयन सुनिश्चित करें।
निरीक्षण के दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हैरिश एस., डिप्टी कमिश्नर श्रीमती अर्चना मिश्रा एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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