रायपुर। छत्तीसगढ़ में सरकार स्कूलों का स्तर सुधारने के लिए बाहरी ढांचा यानी भवनों को खुबसूरत बना रही है, लाखों करोड़ों रुपए सुविधाओं पर खर्च रही है, स्कूल को शिक्षा के प्रति समर्पित महापुरुष का नाम दिया गया है। तो दूसरी तरफ भीतरी ढ़ांचा बुरी तरह से बर्बाद है। शिक्षा के मंदिर में शिक्षक शराब के नशे में धुत होकर अपनी मनमर्जी से पहुंचते हैं, दस्तखत करते हैं और निकल जाते हैं। कोई उन्हें टोक दे, तो उसे धमकी दिया जाता है कि ‘किसी ने माई का दूध पिया है, तो ट्रांसफर करवा कर दिखाए।’
यह मामला छत्तीसगढ़ के मुंगेली से सामने आया है। जहां दारूबाज मास्टर जी को सस्पेंड कर दिया गया है। मास्टर नशे में धुत होकर लड़खड़ाते हुए स्कूल पहुंचे थे। इसके बाद सामने बैठे सरपंच और प्रधान पाठक को ट्रांसफर को लेकर धमकी भी दे डाली थी। वहीं दूसरी ओर लोक निर्माण विभाग (PWD) के गेस्ट हाउस में तोड़फोड़ करने के मामले में दो टीचरों को भी निलंबित किया गया है।
जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) की ओर से लोरमी ब्लॉक के लाखासार शासकीय स्कूल में पदस्थ टीचर कन्हैयालाल पनागर को जारी आदेश में कहा गया है कि सरपंच के निरीक्षण में 23 अगस्त को दोपहर 1 बजे अनुपस्थित मिले। अगले दिन 24 अगस्त को दोपहर 3 बजे स्कूल पहुंचे। ग्रामीणों ने वीडियो बनाकर वायरल किया और न्यूज में प्रसारित किया गया। इससे विभाग की छवि धूमिल हुई है।
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