कोरबा 07 अगस्त (वेदांत समाचार)।दूसरे की जमीन पर अवैध निर्माण करने के साथ फर्जी रिपोर्ट लिखाने के आधार पर एक गांव के आदिवासी सरपंच पति सहित तीन लोगों को जेल का रास्ता दिखा दिया गया है। इस मामले में कथित प्रार्थी स्वास्थ्य विभाग का ऑपरेटर हैं। उसकी हरकतों को लेकर गांव की काफी महिलाएं कोरबा पहुंचे और इस कारनामे की जानकारी पुलिस को दी । ग्रामीणों ने कहा है कि अगर निर्दोष लोगों को यूं ही परेशान किया गया तो आगे जेल भरो आंदोलन किया जाएगा।
सेन्द्रिडीह करतला इलाके से वास्ता रखने वाले ग्रामीणों ने आजाक पुलिस के द्वारा की गई कार्रवाई पर आपत्ति दर्ज कराते हुए पुलिस अधीक्षक से एक मामले की वास्तविकता मैं उचित जांच पड़ताल और कार्रवाई करने की मांग की है इस गांव के आदिवासी सरपंच के पति कृपाल सहित तीन लोगों को एक मामले में आरोपी नामजद करने के साथ गिरफ्तार किया गया है जानकारी में बताया गया है कि स्वास्थ विभाग में आपरेटर के पद पर काम करने वाले सुनील दिव्य के द्वारा दूसरे लोगों की जमीन पर बेजा कब्जा करने के साथ निर्माण किया जा रहा है । ग्रामीणों ने इस पर आपत्ति जताई थी जिसके बाद संबंधित व्यक्ति ने पुलिस मैं गलत तरीके से रिपोर्ट दर्ज करा दी। संतोषी पटेल ने बताया कि गलत तरीके से इस मामले मैं संज्ञान लेने के साथ कार्रवाई की गई है धोखे में रखकर परिजनों और सरपंच पति को गिरफ्तार किया गया है.
गांव के निवासी फिरत पटेल ने बताया कि जिस व्यक्ति ने गांव की जमीन पर अवैध कब्जा करने के साथ निर्माण किया है उसका रिकॉर्ड सही नहीं है पहले भी वह कई लोगों को फसा चुका है
पटेल ने बताया कि मौजूदा घटनाक्रम से गांव के लोग काफी भयभीत हैं उन्हें लगता है कि कोई भी व्यक्ति फर्जी रिपोर्ट दर्ज कराने के साथ किसी को भी जेल का रास्ता दिखा सकता है।
ग्रामीणों ने इस मामले मैं पुलिस के रुख पर हैरत जताई है और बड़ी संख्या में जिला मुख्यालय पहुंचकर अपने पक्ष को रखा है उन्होंने ऐलान किया है कि अगर ऐसे ही मामलों में लोग जेल जाते रहेंगे तो उन्हें उग्र प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है।
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