हर महीने बनेंगे कोविशील्ड के 12 करोड़ और कोवाक्सिन के 5.8 करोड़ टीके

0 टीकाकरण में तेजी लाने के लिए अक्तूबर-नवंबर में देश में चार और टीके उपलब्ध होंगे


नई दिल्ली। देश में कोरोना रोधी टीकों के उत्पादन को बढ़ाने की कवायद तेज है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को राज्यसभा में बताया कि दिसंबर तक हर महीने कोविशील्ड की 12 करोड़ व कोवाक्सिन की 5.8 करोड़ खुराकें बनाई जाएंगी।
टीके उत्पादन की क्षमता से जुड़े सवाल का जवाब देते हुए मंडाविया ने कहा, अभी हर महीने कोविशील्ड की 11 करोड़ खुराकें बनती हैं। इसे आने वाले महीनों में बढ़ाकर 12 करोड़ किया जाएगा। वहीं अभी कोवाक्सिन की ढाई करोड़ खुराकें हर महीने तैयार होती हैं इसे बढ़ाकर 5.8 करोड़ किया जाएगा।


जल्द ही चार और टीके बाजार में होंगे उपलब्ध


मंडाविया ने उच्च सदन में बताया कि टीकाकरण में तेजी लाने के लिए अक्तूबर-नवंबर में देश में चार और टीके उपलब्ध होंगे। बायोलॉजिकल्स ई और नोवर्टिस का टीका जल्द ही बाजार में उपलब्ध होगा। वहीं जाइडस कैडिला को आने वाले दिनों में मंजूरी मिलेगी। स्पूतनिक का टीका भी भारतीय बाजार में मिलने लगेगा।


रेमडेसिविर का उत्पादन बढ़ा, विदेश भेजी जा रही दवा


मंडाविया ने राज्यसभा में बताया कि कोरोना में इलाज में इस्तेमाल की जाने वाली एंटी वायरल दवा रेमडेसिविर का उत्पादन जून में 122.49 लाख प्रतिमाह बढ़ाया गया है। इस दवा को विदेश निर्यात किया जा रहा है। दूसरी लहर में इसकी किल्लत से मुसीबत हुई थी। 

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