रायपुर । स्कूल शिक्षा विभाग ने शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई) RTE के तहत गरीब और वंचित वर्ग के बच्चों के लिए दाखिले की सुध ली है। छह से आठ अगस्त तक राज्य स्तर पर दाखिले के लिए लाटरी निकाली जाएगी। इसके पहले चार अगस्त तक आवेदन करने का मौका भी दिया गया है। इसके बाद पांच अगस्त को दस्तावेज सत्यापन कार्य होगा। नौ से 15 अगस्त तक बच्चों का स्कूलाें में दाखिला कराया जाएगा।
बता दें कि निजी स्कूलों में 25 प्रतिशत आरक्षित सीटों पर दाखिला दिलाने के लिए अभिभावक भटक रहे हैं और आज तक विभाग ने लाटरी नहीं निकाली है। प्रदेश के 28 जिलाें में 6,619 स्कूलों में 83,663 सीटें आरक्षित हैं। सीटों के मुकाबले इस बार महज 67, 789 ही आवेदन आए हैं। आरटीई के तहत बच्चों का दाखिला निजी स्कूलों में होता है और इन स्कूलों का सत्र एक अप्रैल से ही शुरू हो चुका है।
कोरोना महामारी के बीच जिन-जिन जिलों में लगातार सात दिन तक कोरोना की पाजिटिविटी रेट एक प्रतिशत से कम है वहां पर दो अगस्त यानी सोमवार से स्कूल-कालेज खोलने की अनुमति है। पहली से पांचवी, आठवीं, 10वीं और 12वीं के बच्चों को स्कूल बुलाया गया है। छठवीं, सातवीं , नौवीं और 11वीं के बच्चों की कक्षाएं अभी नहीं लगेगी। इन बच्चों की आनलाइन पढ़ाई यथावत चलेगी। कालेजों में कोरोना गाइडलाइन के तहत पढ़ाई कराई जाएगी। स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डा. आलोक शुक्ला ने कहा कि आरटीई के तहत लाटरी निकालने के लिए निर्देश दे दिया गया है। बच्चों की स्कूल दो अगस्त से खुलेगी। इसके लिए तैयारी की जा चुकी है।
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