कोरबा 26 जुलाई (वेदांत समाचार) । रामपुर विधानसभा क्षेत्र के कुदमुरा को मूलभूत सुविधाओं से हमेशा उपेक्षित करने का मलाल यहां के लोगों को है। चाहे भाजपा की सरकार हो या कांग्रेस की सरकार। चुनाव के समय राजनीतिक पार्टियों ने बड़े बड़े वादे किए परन्तु क्षेत्र के विकास के लिये लंबे समय से चली आ रही समस्याएं बिजली, सड़क और स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए क्षेत्र हमेशा उपेक्षित रहा है। वैसे तो केंद्र और राज्य सरकार गांव के विकास के लिए कई महत्वकांक्षी योजनाएं चला रही है। गांव के विकास के लिए बिजली, सड़क, स्वास्थ्य और स्वच्छता पर जोर दिया जा रहा है लेकिन कई ऐसे गांव हैं जहां पर विकास दूर-दूर तक नहीं दिख रहा है। मूलभूत सुविधाओं से आज भी क्षेत्र वंचित हैं जैसे शिक्षा के लिए महाविद्यालय, स्वास्थ्य सुविधाएं, बिजली, जर्जर सड़कें आदि। कुदमुरा हाथी प्रभावित क्षेत्र भी है।
0 जर्जर सड़कें: ग्रामीणों ने बताया कि कुदमुरा क्षेत्र की कई सड़कें जर्जर हो चुके हैं जिनमे चिर्रा से श्यांग मार्ग, कुदमुरा- कछार -मदवानी मार्ग, गितकुवारी से लबेद सड़क की हालत बहुत खराब है। इन पर पैदल चलना दूभर है। बरसात के दिनों में एंबुलेंस नहीं पहुंच पाती। ऐसे में गांव के लोग खटिया का सहारा लेते हैं। गर्भवती महिलाओं को कई किलोमीटर का चारपाई पर बिठाकर पैदल स्वास्थ्य केंद्र पहुंचते हैं।
0 स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी: सत्ता बदल गई क्षेत्र के विकास के लिए कई वादे किए, लेकिन कुदमुरा श्यांग की पीएचसी में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी आज भी है जिसके कारण क्षेत्रवासियों को इसका लाभ नही मिल पा रहा है।बेहतर इलाज के लिए ग्रामीणों को जिला मुख्यालयों तक दौड़ लगानी पड़ती है।जिसमें आर्थिक और समय की हानि होती है।
0 बिजली की समस्या: कुदमुरा क्ष्रेत्र को मिलने वाली बिजली रायगढ़ जिले के हाटी सबस्टेशन से आपूर्ति होती है जिसके कारण प्रतिदिन बिजली की अघोषित कटौती की जाती है। चन्द घंटे ही आसपास गांवो को आपूर्ति मिलती है,उसमें भी लो वोल्टेज की समस्या बनी रहती है। इससे खेतों की सिचाई नहीं हो पा रही है। बिजली से चलित यन्त्र चल नही पाते।
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