सुरेन्द्र ठाकुर ,कोरबा 25 जुलाई ( वेदांत समाचार ) \ जिले में पुलिस अधीक्षक भोजराज पटेल के शिरकत करते ही पुलिसकर्मियों में कार्य के प्रति जोश व उमंग नजर आने लगा है लिहाजा अपराध व नशे पर जमकर कार्यवाहियां देखने को मिल रही है जिससे इनकी जड़े हिल गई है।वही दूसरी ओर 112 टीम भी साहसिक कार्य कर आमजन के दुःख तखलीफो में कन्धे से कंधा मिलाकर पुलिस मित्र का परिचय देते हुए लोगो की जान बचाने का साहसिक कार्य कर रही है।चाहे राह कितनी भी कठिन हो हिम्मत नही हारेंगे मानो ऐसा प्रण कर लिया हो जवानों ने,112 भी हर सम्भव मदद पीड़ितों के लिए कर रही है।
जानकारी के अनुसार रात 8:30 बजे 112 पर इवेंट पर कॉल आया कि पाली ब्लाक के अंतर्गत ग्राम औराभाटा लाफा में एक युवक आत्महत्या करने के इरादे से घर में रखें कीटनाशक को निगल गया है घटना की जानकारी जैसे ही परिजनों को मिली इन्होंने तत्काल डायल 112 को कॉल किया, तत्काल जानकारी मिलने पर और कांलर के बताए पते पर डायल 112 में पदस्थ आरक्षक रमेश कश्यप,चालक भरत सिंह, कंवर बिना देर किए घटनास्थल औराभाटा लाफा के लिए रवाना हुए पर घटनास्थल से 5 सौ मीटर की दूरी पर सड़क खराब होने के कारण वाहन वहां तक पहुंच पाना संभव नही था पर डायल 112 की टीम ने अपना हौसला नहीं खोया और साहस का परिचय दिखाते हुए
वाहन को घटनास्थल से 5 सौ मीटर पहले खड़ी कर पैदल घटनास्थल पहुंचे और जहर खाकर तड़प रहे इंद्रपाल कवर रामायण सिंह कंवर 25 वर्ष जोकि उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई थी जिसे उनके परिजनों के साथ हाथों में उठाकर आरक्षक रमेश कश्यप, और चालक भरत सिंह कंवर ने 5 सौ मीटर तक पैदल चल कर के बीच बहने वाली नाला में तेज बहाव को पार कर युवक को उठाकर तेज बहाव वाले नाला को पार कर तत्काल उसे शासकीय वाहन में बैठाकर पाली के सीएचसी में भर्ती कराया गया इलाज के दौरान वह गंभीर युवक हॉस्पिटल स्टाफ से मारपीट करने लगा किसी तरह से काबू कर हॉस्पिटल नर्सिंग स्टाफ ने उपचार प्रारंभ किया। बताया जा रहा है कि युवक विक्षिप्त है जिसे उपचार के बाद सेंदरी मेंटल हॉस्पिटल रेफर कर दिया।
इस तरह आज डायल 112 की टीम के द्वारा फिर एक युवक की जान बचाई जा सकी है इस तरह उनके परिजनों के द्वारा एवं गांव के लोगों द्वारा एक जहर खाकर तड़प रहे युवक की जान बचाने पर एवं तत्काल उसे हॉस्पिटल में जाकर भर्ती करने पर उसकी जान बचाने को लेकर उनके परिवार जनों ने डायल 112 टीम को धन्यवाद ज्ञापित किया है।
ज्ञात हो कि बरसात के दिनों में जहां नदी नालों पर फुल नहीं होने के कारण एवं निर्माणाधीन सड़कों में कीचड़ होने के कारण 112 को या एंबुलेंस इमरजेंसी वाहनों को गंतव्य तक पहुंचने में बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है
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