नई दिल्ली : बॉलीवुड अभिनेता राजपाल यादव (Rajpal Yadav) की फिल्म हंगामा 2 (Hungama 2) इस शुक्रवार यानी कि 23 जुलाई को रिलीज हो रही है और इसके ट्रेलर को दर्शकों ने काफी पसंद किया है. एनडीटीवी ने इसे लेकर राजपाल यादव से बात की है. पेश हैं राजपाल यादव से बातचीत के प्रमुख अंश:
हंगामा 2 हंगामा से किस तरह से अलग होने वाली है?
हंगामा उस वक्त की फिल्म थी, जबकि हंगामा 2 आज की यानी कि 2021 की फिल्म है. उस वक्त हंगामा में अक्षय खन्ना सहित कई कलाकारों ने काम किया था. आज के हंगामा 2 में अलग कलाकार हैं. उस फिल्म के मुकाबले इस बार की फिल्म में काफी कुछ अलग और काफी कुछ नया दर्शकों को देखने के लिए मिलने वाला है. प्रियदर्शन जी हमेशा कुछ हटकर बनाते हैं. दोनों फिल्म उन्हीं की हैं. इस बार भी उन्होंने कुछ ऐसा ही बनाया है.
अब तक जो एक्टिंग आपने अलग-अलग फिल्मों में की है, हंगामा 2 में आपकी एक्टिंग में क्या नया देखने की उम्मीद हम कर सकते हैं?
किरदार की मानसिकता मायने रखती है. भाषा वही रहती है. बॉडी भी वही रहती है. चेहरा भी वही रहता है. जो चीज सबसे जरूरी होती है, वह है एक्टर की बॉडी से निकल रहे किरदार की मानसिकता को पूरी तरह से प्रकट कर देना. वह चीज कोई बदल नहीं सकता. उसे मैंने हंगामा 2 में भी पूरी ईमानदारी से 100 प्रतिशत दिखाने की कोशिश की है.
हाल ही में आपने अपना नाम बदलकर राजपाल नौरंग यादव कर लिया है. इसके पीछे की वजह आखिर क्या है?
पासपोर्ट पर मेरा नाम राजपाल नौरंग यादव ही है. महाराष्ट्र में पिता का नाम बीच में लगता है. महाराष्ट्र आने के बाद मेरा नाम राजपाल नौरंग यादव हो गया. मुंगेरीलाल के भाई नौरंगीलाल सीरियल से भी मुझे थोड़ी प्रेरणा मिल गई. हाल ही में पत्नी से बात करने के दौरान हमारे बीच यह चर्चा हुई कि मां ने तो जन्म दे दिया. उसके बाद चाहे स्कूल में पढ़ाई करनी पड़ी या कहीं बाहर घूमने गया, यहां तक कि फ्लाइट का टिकट भी बनवाया, तो एक नाम जरूर जाता है साथ में, जो पिता का नाम होता है. इसलिए अब मैंने सोचा कि जो पासपोर्ट में मेरा नाम है, उसी नाम को अब पूरी तरह से अपना लिया जाए, ताकि नेशनल और इंटरनेशनल लेवल पर अब मेरी पहचान इसी नाम से हो.
मुंगेरीलाल के भाई नौरंगीलाल शो की आपकी प्रतिभा को आकार देने में क्या भूमिका रही है?
नौरंगीलाल अलग-अलग सपने देखता है. अलग-अलग किरदारों को वह निभाता है. हमारे शरीर में नौ रंग हैं. दुनिया भी नौ रंग हैं. कुल मिलाकर राजपाल यादव को जो कुछ भी मिला है, नौरंग से ही मिला है. 2021 से पहले तक राजपाल यादव का सब पिता जी के आशीर्वाद से था. अब तो पिता जी का नाम भी साथ है.
प्रियदर्शन के निर्देशन में काम करने का आपका अनुभव कैसा रहा है?
प्रियदर्शन जी के साथ जब मैं काम करता हूं तो बिल्कुल एक विद्यार्थी बन जाता हूं. वे खुद एक बहुत अच्छे एक्टर हैं. उनकी यह खासियत है कि वे फिल्म को बहुत ही अच्छी तरीके से सजाते हैं. कॉमेडी ऑफ इरर बनाना उनके बाएं हाथ का खेल है. मोमेंट्स को बहुत ही अच्छी तरीके से सजा देते हैं. सिचुएशन चाहे कैसी भी हो, वे कहते हैं कि अपनी गति कभी मत भूलो. किरदार की मानसकिता के प्रति ईमानदारी को कभी मत छोड़ो. उनके साथ काम करने के दौरान किसी एक्टर को पूरी आजादी होती है, लेकिन एक्टर पूरे अनुशासन में रहते हैं.
क्या हंगामा 2 की शूटिंग पर कोरोना महामारी का भी कोई प्रभाव पड़ा है? आपकी टीम ने नई चुनौतियों से कैसे निपटा?
शूटिंग के दौरान कोरोना गाइडलाइंस का तो पूरी तरीके से पालन किया जा रहा था. शूटिंग के लिए हम पहुंचते थे तो पूरी तरीके से सेनेटाइज होते थे. शूटिंग खत्म करने के बाद भी पूरा सैनिटाइजेशन किया जाता था. प्रोडक्शन हाउस इसे लेकर पूरी तरीके से गंभीर था. कुछ समय तक तो फिल्म की शूटिंग भी बंद रही थी. हालांकि, जब भी शूटिंग हुई, हम हमेशा बहुत सावधान रहे.
आपके आने वाले प्रोजेक्ट्स कौन-कौन से हैं?
हंगामा 2 में तो आप मुझे देखने ही वाले हैं, आने वाले समय में भूल भुलैया 2 और बोले चूड़ियां में भी आप मुझे देखेंगे. अगले एक से डेढ़ साल में मेरे पास पांच से सात फिल्में हैं और दो-तीन वेब सीरीज भी हैं, जिनमें से कुछ इंटरनेशनल विषयों पर भी आधारित हैं.
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