आपदा में अवसर : एक कार्य के लिए सरपंच- सचिव ने किया दो मद की राशि का आहरण, क्वारेंटाइन सेंटर के लिए राशन सामाग्री एवं रसोइया भुगतान के नाम पर लाखों की राशि का दुरुपयोग, कोरोना काल मे भी बांटी 34 हजार की मिठाई

कोरबा/पाली 23 जुलाई (वेदांत समाचार) पाली जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत लाफा के सरपंच-सचिव द्वारा विगत वर्ष कोरोना काल के दौरान कोरेनटाइन सेंटर में प्रवासी मजदूरों हेतु राशन सामाग्री खरीदी तथा रसोइया का भुगतान के लिए मूलभूत से राशि आहरण की गई जबकि इसी भुगतान के नाम पर 14वे वित्त की राशि का भी दुरुपयोग किया गया और जितना खर्च बताया गया, वास्तविक उससे आधा भी खर्च नही हुआ है। इसके अलावा राष्ट्रीय पर्व 26 जनवरी, 15 अगस्त पर उक्त दोनों मद से 34 हजार के मिठाई का भी वितरण बच्चों व ग्रामीणों को किया गया है। अन्य निर्माण कार्यों के नाम पर भी मूलभूत, 14वे वित्त की राशि का जमकर दुरुपयोग किया गया एवं विभिन्न कार्यों के लिए जितना राशि आहरण किया गया उनमें ज्यादातर काम हुए ही नही और जो काम हुए वह भी उतनी लागत के नहीं जितना राशि आहरण किया गया।

ग्राम पंचायत लाफा की सरपंच श्रीमती संगीता सिंह व तत्कालीन सचिव चंद्रिका प्रसाद तंवर के द्वारा मूलभूत एवं 14वे वित्त की राशि का मनमाने दुरुपयोग किया गया जहां विगत वर्ष कोरोना आपदा काल के दौरान कोरेनटाइन सेंटर में ठहरे प्रवासी मजदूरों के लिए राशन सामाग्री खरीदी के नाम पर मूलभूत मद से 01 लाख की राशि आहरण की गई जबकि इसी भुगतान के नाम पर 14वे वित्त से भी 01 लाख आहरित कर ली गई। इसी प्रकार रसोइया भुगतान के लिए मूलभूत से 24 हजार आहरण करने के साथ 14वे वित्त से भी 32 हजार 400 की राशि निकाली ली गई। इसके अलावा सरपंच- सचिव ने 26 जनवरी व 15 अगस्त 2020 में मिठाई वितरण खर्च के नाम पर 14वे वित्त से 22 हजार 2 सौ रुपए की राशि निकाली व मूलभूत से भी 12 हजार निकाल लिए गए। यहां के ग्रामीणजनों का कहना है कि सरपंच- सचिव ने कोरेनटाईन सेंटर के लिए राशन सामाग्री खरीदी एवं रसोइये भुगतान के नाम पर जितनी राशि निकाली है उसमें आधी राशि भी खर्च नही हुआ होगा लेकिन अपना झोली भरने के लिए उन्होंने एक कार्य के लिए दो अलग- अलग मद के ढाई लाख से अधिक की राशि निकालकर साफ तौर पर दुरुपयोग किया। वहीं कोरोना काल मे सभी शिक्षण संस्था बंद रहने व समस्त प्रकार के आयोजनों पर रोक रहने के बावजूद 34 हजार 200 की मिठाई आखिर किसको बांटी गई.? ग्रामीणों ने इस पर भी सवाल उठाया है।

सरपंच- सचिव ने जनपद अधिकारियों के मौन सहमति से नलजल योजना, मरम्मत व साफ- सफाई कार्य, मास्क वितरण सहित ग्राम पंचायत की जनता को विभिन्न बुनियादी सुविधा मुहैया कराने और निर्माण कार्य के नाम पर भी मूलभूत, 14वे वित्त मद से लाखों की राशि का आहरण कर दुरुपयोग किया और अधिकतर कार्य कागजों में कराकर राशि निकाली गई तथा जो काम कराए भी गए उन कार्यों की उतनी लागत नही जितनी मनमाने तरीके से राशि निकाली गई। ग्रामीणों ने सरपंच संगीता सिंह के बीते पंचवर्षीय एवं वर्तमान कार्यकाल में मूलभूत एवं 14वे वित्त मद से कराए गए समस्त कार्यों का भौतिक सत्यापन एवं जांच कराए जाने के साथ उचित कार्यवाही की अपेक्षित मांग जिला प्रशासन से की है।

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