रामपुर 11 जुलाई (वेदांत समाचार) अगर हालात अनुकूल नहीं हुए तो आने वाले दिनों में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में रामपुर क्षेत्र से भाजपा के विधायक ननकीराम कंवर छत्तीसगढ़ विधानसभा परिसर में धरना पर बैठे नजर आएंगे। मामला मनरेगा के अंतर्गत मजदूरी भुगतान करने से जुड़ा हुआ है। रामपुर क्षेत्र के अनेक लोगों ने वन विभाग में काम किया था जिसकी मजबूरी अब तक लंबित है। इस बारे में रेंजर और एसडीओ ने उच्च अधिकारियों को भ्रामक जानकारी दी।
विधायक ननकीराम कंवर के निशाने पर वन विभाग के अधिकारी एक बार फिर हैं अबकी बार मामला मजदूरी भुगतान से जुड़ा हुआ है विधानसभा क्षेत्र रामपुर के अंतर्गत विभिन्न गांवों के लोगों की ओर से विधायक के पास यह शिकायत पहुंची है कि उन्होंने मनरेगा योजना में काम किया था ऐसे काम वन विभाग से संबंधित थे इनकी मजदूरी उन लोगों को अभी तक नहीं मिल सके हैं मजदूरों के साथ-साथ चौकीदार और दूसरी श्रेणी के काम करने वाले लोग पानी श्रमिक पाने के लिए लगातार वन विभाग के अधिकारियों के चक्कर लगाने को मजबूर हैं कुछ समय पहले विधायक ने किस आधार पर जानकारी हासिल करने का प्रयास किया था रेंजर और एसडीओ ने उन्हें असंगत जानकारी देते बता दिया था कि मजदूरी का भुगतान कर दिया गया है जबकि वास्तविकता अलग है।
ननकीराम कंवर ने बताया कि इस बारे में विधानसभा के अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है इसकी जानकारी होने पर डीएफओ ने कहीं से भी भुगतान करने की बात कही है अगर यह काम नहीं होता है तो आने वाले दिनों में भी प्रदर्शन करेंगे।
देखना होगा कि वन विभाग के अधिकारी काम करने वाले मजदूरों को पारिश्रमिक का भुगतान करते हैं या फिर अन्य स्थिति का सामना करने के लिए मानसिकता बनाते हैं।
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