कोरबा 11 जुलाई। गेवरा खदान के कोयला स्टाक में अनियमितता की शिकायत मिलने पर केंद्रीय जांच ब्यूरो सीबीआई व एसईसीएल विजिलेंस की 15 सदस्यीय संयुक्त टीम जांच करने पहुंची है। महाप्रबंधक कार्यालय में आवश्यक दस्तावेज लेने के बाद टीम में शामिल सदस्यों ने स्टाक स्थल पर जाकर परीक्षण व मिलान किया। पहले दिन कार्रवाई पूरी नहीं हो सकी, लिहाजा जांच जारी रहेगी।
साउथ ईस्टर्न कोलफिल्ड लिमिटेड एसईसीएल की गेवरा खदान में वर्तमान में लगभग 4.5 मिलियन टन कोयला स्टाक में है। बताया जा रहा है कि अधिकारियों ने जितना कोयला स्टाक में होना दर्शाया है, उतना कोयला मैदानी स्तर पर नहीं है। इस बीच गेवरा खदान में पूर्व में पदस्थ एक अधिकारी व वर्तमान में पदस्थ एक वरिष्ठ अधिकारी के मध्य इस मुद्दे को लेकर विवाद हो गया। तब उक्त अधिकारी ने मामले की शिकायत कर दी। इस पर सीबीआई व एसईसीएल की विजिलेंस टीम संयुक्त रूप से गेवरा पहुंची और जांच शुरू की। अधिकारियों ने महाप्रबंधक से लगभग ढाई घंटा तक कमरे में पूछताछ की और आवश्यक दस्तावेज लिए। तदुपरांत खदान क्षेत्र में रखे कोयला स्टाक पहुंच कर जांच पड़ताल की।
शनिवार को दिन भर टीम कोयला स्टाक का मिलान करती रही, पर शाम हो जाने की वजह से काम रोक दिया गया। जांच पूरी होने के बाद ही टीम वापस लौटेगी। कोयला स्टाक में कितनी गड़बड़ी मिली है, अभी इस बारे में स्पष्ट नहीं किया गया है। कोयला स्टाक की जांच करने के बाद ही वास्तविकता सामने आएगी, कि कितना कोयला कम मिला और प्रबंधन ने कितना अधिक कोयला बताया था। कोयला स्टाक में कमी का मामला सिर्फ गेवरा खदान का ही नहीं है, बल्कि कुसमुंडा खदान में भी जितना कोयला स्टाक में है, उससे ज्यादा होना बताया जा रहा है। यहां यह बताना जरूरी होगा कि आगामी 15 जुलाई से सभी कोयला खदान में रखे स्टाक का मेजरमेंट मिलान किया जाना था, पर शिकायत होने पर गेवरा में सीबीआई व विजिलेंस की टीम एक सप्ताह पहले ही पहुंच गई। सीबीआई व विजिलेंस की इस कार्रवाई से न केवल गेवरा खदान में, बल्कि कुसमुंडा खदान के भी कोयला अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है। इस संबंध में एसईसीएल के अधिकारी फिलहाल कुछ भी कहने से बच रहे हैं।
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