रायबरेली । पूर्व आइपीएस की इंटरनेट मीडिया में की गई पोस्ट ने जिले के पुलिस अफसरों पर सवालिया निशान लगा दिया है। पदनाम के साथ रकम की लिस्ट वायरल होते ही पुलिस महकमें में खलबली मच गई। पोस्ट में पूर्व आइपीएस ने वायरल की गई लिस्ट को एक ट्रैफिक दारोगा की कथित डायरी का अंश बताया है। हालांकि यह मामला काफी पुराना बताया जा रहा है। फिलहाल, एसपी ने मामले में जांच के आदेश दे दिए।
पूर्व आइपीएस अमिताभ ठाकुर ने सोमवार को इंटरनेट मीडिया में एक पोस्ट की, जिसमें रायबरेली के पुलिस अफसरों का पदनाम का जिक्र है। इतना ही नहीं पदनाम के आगे रकम अंकित है। पूर्व आइपीएस ने लिखा कि यह रायबरेली के एक ट्रैफिक दारोगा की कथित डायरी के कुछ अंश हैं। इसके साथ ही पुलिस विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं। इंटरनेट मीडिया पर लिस्ट वायरल होते ही खलबली मच गई। साथ ही जिले के आला अफसर उच्चाधिकारियों के निशाने पर आ गए। वायरल सूची में एसपी, एएसपी, सीओ, सीओ पेशी, अफसरों के गनर, हेड पेशी शुक्ला, स्टेनो बाबू पदनाम का जिक्र किया गया है। सभी के आगे रकम लिखी गई है। सूची के वायरल होने के साथ ही पुलिस अफसरों के होश उड़े हुए हैं। बताते चलें कि लिस्ट में हेड पेशी शुक्ला लिखा है, जो कि छह माह पूर्व रिटायर हो चुके हैं।
यह है लिस्ट
एसपी- 50 हजार एएसपी- 15 हजार सीओ- 10 हजार सीओ पेशी- एक हजार एसपी गनर- दो हजार सीओ गनर- 500 एएसपी गनर- 500 हेड पेशी शुक्ला- एक हजार स्टेनो बाबू- एक हजार निदेशालय – 500
इनकी सुनें
सूची वायरल होने का मामला संज्ञान में आया है। यह काफी गंभीर प्रकरण है। जांच के आदेश दे दिए गए हैं। इसमें जो भी दोषी पाया जाएगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी।
-श्लोक कुमार, पुलिस अधीक्षक रायबरेली
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