0 पात्रे के शह पर चल रहा था कमीशन का खेल ?
कोरबा 6 जुलाई (वेदांत समाचार): अपने आपको मासूम साबित करने वाले बालको वन परिक्षेत्र के विवादित रेंजर लक्ष्मण पात्रे का कारनामा सामने आया है जिसमे बिना कार्य करवाये मजदूरी के नाम पर फर्जी तरीके से शासकीय धन का आहरण किए जाने की बात सामने आ रही है। जनाब फर्जी तरीके से राशि आहरण कर आपसी लेन-देन कर रहे थे इसी दौरान बहस हो गई।
बताया जा रहा है कि रेंजर पात्रे के खिलाफ भ्रष्टाचार की जांच हो सकती है। प्रदेश के राजस्व मंत्री से बातचीत की कथित आवाज की रिकार्डिंग जारी करके लक्ष्मण पात्रे चर्चा में आए थे,जो भ्रष्टाचार को जारी रखने एवं बालको में ही बने रहने के लिए प्रदेश के कद्दावर मंत्री से भी भिड़ चूका है। और समाज की आड़ में खुद को ईमानदार साबित करना चाह रहे थे पर अब इनके चेहरे से नकब उतर चुका है।
क्योंकि इनका खुद का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमे डिप्टी रेंजर पात्रे बनियान और तौलिया पहने अपने शासकीय निवास पर ही परिवार के सामने माँ बहन की गाली के साथ बहस करते नज़र आ रहे है।वही एक दूसरे वीडियो में 2 अन्य ठेकेदार दिख रहें हैं जो इनके साथ भ्रष्टाचार में संलिप्त बताए जा रहे है।
बालको वन परिक्षेत्र के विवादित पूर्व रेंजर लक्ष्मण पात्रे एवं भाजपा के कार्यकर्ता के बीच कमीशनखोरी के लेनदेन को लेकर जोरदार बहस हुई, साफ शब्दों में सुना जा सकता है और देखा भी जा सकता है कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता के बीच जो बहस हो रही है वह पूरी तरह से बिना कार्य करवाए मजदूरी के तौर पर आहरित शासकीय धन से कमीशन के तौर पर बंदर बांट से जुड़ी हुई है। जानकारी मिल रही है कि एक लम्बे समय से बालको वन परिक्षेत्र में पदस्थ रहे लक्ष्मण पात्रे अपने अधिकारों का गलत उपयोग करते हुए बालको वन परिक्षेत्र में फर्जी कार्यों को दर्शाकर कराए गए कार्य के लिए मजदूरी की राशि को फर्जी व्यक्ति के बैंक खाते में आहरित कराते रहे हैं। और बाद में इस राशि के एवज में एक बड़ा हिस्सा कमीशन के तौर पर उन्हें स्वयं प्राप्त होता रहा है उसी राशि के लेनदेन का विवाद होने की बात कही जा रही हैं।
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