नई दिल्ली। अगर आप भी थोड़े से रकम खर्च कर लाखों रुपए कमा चाहते है तो यह खबर आपके लिए है। कंपनी लोगों को 828 और 880 रुपए लगाकर लाखों रुपए कमाने का शानदार मौका दे रहा है। 7 जुलाई को निवेश का मौका है। अगर आप इच्छुक है तो आज ही 7 जुलाई की तारीख को सेव कर लें। चलिए आपको बताते हैं कैसे कर सकते हैं लाखों की कमाई।
दरअसल हम शेयर मार्केट से आईपीओ के जरिए पैसे लगाकर मुनाफा कमाने की बात कह रहे हैं। स्पेशलिटी केमिकल्स बनाने वाली कंपनी क्लीन साइंस एंड टेक्नोलॉजी का IPO आ रहा है। इसका आगाज 7 जुलाई को होगा। इसी दिन जीआर इन्फ्राप्रोजेक्ट्स का इश्यू भी आ रहा है। आपको बता दें कि 9 जुलाई तक जीआर इन्फ्राप्रोजेक्ट्स IPO सब्सक्रिप्शन के लिए खुला रहेगा। बताया जा रहा है कि कंपनी की लिस्टिंग BSE और NSE पर 19 जुलाई को हो सकती है। इसके शेयर 828 से 837 रुपये में मिलेंगे।
शेयर बाजार से फायदा होगा फायदा
इस सप्ताह दो कंपनियों क्लीन साइंस एंड टेक्नोलॉजी और जीआर इन्फ्राप्रोजेक्ट्स के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) आएंगे। इनसे कुल मिलाकर 2,500 करोड़ रुपए से कुछ अधिक राशि जुटने की उम्मीद है। माना जा रहा है कि इन कंपनियों को शेयर बाजार से फायदा होगा, क्योंकि वहां काफी तरलता है। इसके साथ ही नए खुदरा निवेशकों की संख्या में भी काफी बढ़ोतरी हुई है।
इन कंपनियों ने जुटाए थे 9,923 करोड़ रुपए
इससे पहले पांच कंपनियों…श्याम मेटेलिक्स एंड एनर्जी, सोना बीएलडब्ल्यू प्रीसिशन फोर्जिंग्स (सोना कॉमस्टार), कृष्णा इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, डोडला डेयरी तथा इंडियन पेस्टिसाइड्स के आईपीओ पिछले महीने आए थे। इन कंपनियों ने सार्वजनिक निर्गम से सामूहिक रूप से 9,923 करोड़ रुपये जुटाए थे।
क्लीन साइंस एंड टेक्नोलॉजी तथा जीआर इन्फ्राप्रोजेक्ट्स दोनों का आईपीओ सात जुलाई को खुलकर नौ जुलाई को बंद होगा। एंकर निवेशक शेयरों के लिए छह जुलाई को बोलियां लगा सकेंगे। दोनों कंपनियां आईपीओ से कुल मिलाकर 2,510 करोड़ रुपये जुटाएंगी। इन कंपनियों के शेयर बीएसई और एनएसई में सूचीबद्ध किए जाएंगे।
आईपीओ का इश्यू प्राइस
इस धमाकेदार कंपनी Clean Science के इश्यू का प्राइस बैंड फिलहाल 880-890 रुपए प्रति शेयर तय हुआ है। कंपनी इस IPO से 1546.62 करोड़ रुपए जुटाने की योजना बना रही है। कंपनी का इश्यू पूरी तरह ‘ऑफर फॉर सेल’ होगा। आपको बता दें कि इस इश्यू का 50 फीसदी हिस्सा क्वालीफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए रिजर्व रखा गया है। वहीं, रिटेल इनवेस्टर्स के लिए 35 फीसदी और नॉन इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए 15 फीसदी हिस्सा रिजर्व है।
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