51 पौधे बेटियों को दहेज के रूप में देकर किया गया विदा


कोरबा. बेटियों को नेग में सोने चांदी के आभूषण दिए जाते हैं। लेकिन अब चरामेति फाउंडेशन ने इसे बदल कर एक नया ही रूप दे दिया है जो आज मिसाल बन गया है।
चरामेति फाउंडेशन के सदस्य पर्वतारोही हेमन्त गणेश्वर एवं राजेश साहू की बहनें नीलिमा गणेश्वर एवं नीतू साहू का विवाह दिनांक 1 जुलाई को सम्पन्न हुआ जिसमें चरामेति फाउंडेशन द्वारा 51 पौधे बेटियों को दहेज में देकर विदा किया गया।

2015 से कार्यरत चरामेति फाउंडेशन ने इस परम्परा की शुरुआत 10 नवंबर 2017 को वृक्ष सेवा विश्व सेवा अभियान के रूप में की थी ,जिसके तहत आज 59 से अधिक विवाहों में एवं सैकड़ों कार्यक्रमों में भेंट स्वरूप पौधे दिए गए।
कटघोरा विधायक पुरुषोत्तम कंवर ने कहा सबसे अनमोल उपहार देने का कार्य कर रही चरामेति फाउंडेशन, सदियों तक इस उपहार से ऑक्सिजन और फल जनमानस को मिलता रहेगा। संस्था के अध्यक्ष प्रशांत महतो एवं महासचिव राजेंद्र ओझा ने संयुक्त रूप से एक विज्ञप्ति में बताया कि गिफ्ट एवं अन्य सामग्री कुछ समय बाद खराब हो जाते हैं,लेकिन वृक्ष से मिला ऑक्सिजन युगों तक अपना आशीर्वाद देता रहेगा।इसी सोच के साथ हम हर कार्यक्रम में भेंट स्वरूप पौधे ही देते हैं।इस वर्ष फाउंडेशन द्वारा हर वर्ष की भांति वृहद रूप में वृक्षारोपण किया जाएगा।

दहेज में पौधे देने की प्रथा की शुरुआत अप्रेल 2018 में प्रशांत महतो की बहन मनीषा महतो के विवाह से हुई थी इसके बाद अनेक विवाह में कार्यकर्ताओं ने दहेज में पौधे दिए।

इस मौके पर कटघोरा विधायक पुरुषोत्तम कंवर, विशाल शुक्ला, चरामेति फाउंडेशन के अध्यक्ष प्रशांत महतो, पर्वतारोही हेमन्त गणेश्वर, राजेश साहू, अरविंद सोनी, सुशांत टोप्पो, गिरीश राठौर, जितेंद्र यादव, निशा महतो, वृषभानु महतो, श्रीमती अर्चना साहू, पवन ठाकुर, एवं अन्य साथी उपस्थित रहे।

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