(आयुक्त आशुतोष पाण्डेय ने ली सार्वजनिक व औद्योगिक प्रतिष्ठानों की बैठक, प्रतिष्ठानों की साफ-सफाई व्यवस्था व अपशिष्ट के प्रबंधन कार्यो की समीक्षा की, कमियों को दूर कर निर्धारित मानदण्डों के अनुरूप एवं एन.जी.टी. की गाईड लाईन अनुसार व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराने के दिए निर्देश)
कोरबा 07 फरवरी 2025 – आयुक्त आशुतोष पाण्डेय ने निगम क्षेत्र में स्थित समस्त सार्वजनिक व औद्योगिक प्रतिष्ठानों से कहा है कि चूंकि जल्द ही स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 का आगाज होने जा रहा है, अतः वे स्वच्छ सर्वेक्षण की चेकलिस्ट के अनुसार समस्त आवश्यक तैयारियों को अंतिम रूप देना सुनिश्चित कराएं। उन्होने कहा कि आंतरिक निरीक्षण के दौरान पाई गई कमियों को तत्काल दूर करें, व्यवस्थाओं को अपग्रेड करें व निर्धारित मानदण्डों के अनुरूप अपशिष्ट का प्रबंधन हों, एन.जी.टी. की गाईड लाईन के अनुसार व्यवस्थाएं बनाई जाए, यह अंतिम रूप से सुनिश्चित कराएं।
आयुक्त आशुतोष पाण्डेय ने आज स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 के मद्देनजर निगम के मुख्य प्रशासनिक भवन साकेत स्थित सभाकक्ष में समस्त प्रतिष्ठानों यथा एन.टी.पी.सी., एस.ई.सी.एल., सी.एस.ई.बी. व बालको प्रबंधन के अधिकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक ली, उन्होने प्रतिष्ठानों से कहा कि आप बल्क वेस्ट जनरेटर हैं तथा निर्धारित मानदण्डों के अनुरूप साफ-सफाई कार्य एवं अपशिष्ट का समुचित प्रबंधन आपकी महती जिम्मेदारी है। स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 में कोरबा को सम्मानजनक रैकिंग मिले तथा हमारा कोरबा स्वच्छता के क्षेत्र में प्रदेश व देश में अपनी विशिष्ट पहचान कायम करें, इसके लिए सभी की सहभागिता आवश्यक है। उन्होने प्रतिष्ठानों से कहा कि वे अपने-अपने क्षेत्रों की साफ-सफाई व्यवस्था को चुस्त-दुरूस्त करें, डोर-टू-डोर अपशिष्ट संग्रहण कार्य को पूर्ण रूप से प्रभावी बनाएं, एस.एल.आर.एम. सेंटरों की व्यवस्थाओं को तत्काल सुधारें एवं निर्धारित मानदण्डों के अनुरूप सेंटरों में व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराएं, यह देखें कि क्षेत्र में एक भी जी.व्ही.पी. प्वाइंट न रहे, यदि कहीं जी.व्ही.पी. प्वांइट हैं तो उसे समाप्त करते हुए उक्त स्थल का सौदंर्यीकरण करें ताकि वह स्थान कचरा डम्प स्थल न बनें। बैठक के दौरान निगम के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.संजय तिवारी ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 की विभिन्न तैयारियों व आवश्यक गतिविधियों के क्रियान्वयन से जुडे़ कार्यो की चेकलिस्ट की जानकारी उपस्थित अधिकारियों को दी।
अपनी कालोनियों को दें स्वच्छ वातावरण
आयुक्त श्री पाण्डेय ने प्रतिष्ठानों से कहा कि प्रायः शिकायतें मिलती हैं कि आवासीय कालोनियों में साफ-सफाई का अभाव रहता है, नियमित सफाई कार्य नहीं होते, इससे कालोनियों का वातावरण दूषित होता है, चूंकि इन कालोनियों में प्रतिष्ठान के कर्मचारी ही निवास करते हैं, अतः आप अपने कर्मचारियों को स्वच्छ वातावरण दें, वहॉं की नियमित साफ-सफाई हों, कचरे का तुरंत उठाव परिवहन व उसका उचित प्रबंधन हों, यह भी प्रतिष्ठान का नैतिक दायित्व बनता है।
आंतरिक निरीक्षण में मिली कमियों को तत्काल दूर करें – आयुक्त श्री पाण्डेय ने प्रतिष्ठानों से कहा कि सभी औद्योगिक प्रतिष्ठानों के आधिपत्य क्षेत्रों में साफ-सफाई व्यवस्था, कचरा प्रबंधन, डोर-टू-डोर अपशिष्ट संग्रहण, एस.एल.आर.एम.सेंटर की व्यवस्थाओं, शौचालयों की स्वच्छता आदि के साथ-साथ साफ-सफाई से जुड़ी अन्य विभिन्न व्यवस्थाओं व गतिविधियों का आंतरिक निरीक्षण कराया गया है, जिनमें अनेकों कमियॉं पाई गई है, अतः इन सभी कमियों को तत्काल दूर कराएं।
शत प्रतिशत घरों से हो, अपशिष्ट संग्रहण
आयुक्त श्री पाण्डेय ने प्रतिष्ठानों से कहा कि डोर-टू-डोर अपशिष्ट संग्रहण की व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाते हुए शत प्रतिशत घरों से अपशिष्ट संग्रहण किया जाए यह अंतिम रूप से सुनिश्चित कराएं तथा कचरे के स्त्रोत पृथकीकरण पर विशेष फोकस करें, अपशिष्ट संग्रहण के दौरान गीला व सूखा कचरा पृथक-पृथक संग्रहित किया जाए, इस हेतु अपने स्वच्छता अमले को विशेष निर्देश दें, साथ ही डोमेस्टिक व सेनेटरी अपशिष्ट के लिए भी स्वच्छता रिक्शे में पृथक-पृथक व्यवस्था हों एवं इस अपशिष्ट को भी पृथक-पृथक संग्रहित किया जाए, यह भी सुनिश्तिच कराएं।
जन जागरूकता गतिविधियॉं संचालित हों
आयुक्त श्री पाण्डेय ने प्रतिष्ठानों से कहा कि स्वच्छता व साफ-सफाई के प्रति लोग जागरूक हों, इस हेतु अपने आधिपत्य क्षेत्रों में जनजागरूकता से संबंधित गतिविधियॉं संचालित कराएं, दीवाल लेखन, बैनर पोस्टर व अन्य विभिन्न माध्यमों से स्वच्छता का प्रचार प्रसार करते हुए लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता लाने का कार्य करें, लोगों से आग्रह करें कि वे सड़क, नाली व सार्वजनिक स्थल पर कचरा न डालें, सूखा व गीला कचरा पृथक-पृथक डस्टबिन में संग्रहित कर रखें तथा डोर-टू-डोर अपशिष्ट संग्रहण के दौरान कचरे को सफाई रिक्शें में ही दें।
3-आर. पर प्रभावी रूप से कार्य करें
आयुक्त श्री पाण्डेय ने प्रतिष्ठानों से कहा कि 3-आर पर कार्य करते हुए कचरे के रि-ड्यूज, रि-यूज, रि-साईकल पर प्रभावी रूप से कार्य करें, कबाड से जुगाड़ एवं कबाड से मॉडल निर्माण व सौदंर्यीकरण जैसे नवाचारों पर कार्य करते हुए अपशिष्ट प्रबंधन को प्रभावी रूप दें। उन्हेने कहा कि एस.एल.आर.एम.सेंटरों में गीले कचरे से खाद बनाएं तथा सूखे व पुनः उपयोग लायक कचरे का विक्रय व उसका समुचित प्रबंधन हो, यह भी सुनिश्चित करें।
बैठक के दौरान अपर आयुक्त विनय मिश्रा, अधीक्षण अभियंता ए.के.शर्मा, स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.संजय तिवारी, एन.टी.पी.सी. के वरिष्ठ प्रबंधक सूरज सिंह, मोनार्क भट्ट, एस.ई.सी.एल. कुसमुण्डा के जनरल मेनेजर भानू सिंह, मेनेजर पी.के.सिंह, सी.एस.ई.बी. की कार्यपालन अभियंता मंजू चौहान, भूपेन्द्र कुमार, डी.के.वर्मा, निगम के कार्यपालन अभियंता सुरेश बरूवा, प्रकाश चन्द्रा, अखिलेश शुक्ला, विनोद शांडिल्य, एन.के.नाथ, भूषण उरांव, तपन तिवारी, राकेश मसीह, वरिष्ठ स्वच्छता निरीक्षक सुनील वर्मा, सचिन्द्र थवाईत, शैलेन्द्र नामदेव सहित प्रतिष्ठानों व निगम के अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।