बीजापुर,20 जनवरी 2025:(वेदांत समाचार) । बीजापुर जिले में धान खरीदी केंद्रों पर बड़े पैमाने पर अनियमितताएं सामने आ रही हैं। गंगालूर और चेरपाल समेत जिले के कई केंद्रों में किसानों से उनके पसीने की कमाई पर डाका डाला जा रहा है।
धान खरीदी प्रक्रिया के तहत प्रति बोरी 40 किलो 600 ग्राम धान लिया जाना चाहिए, लेकिन गंगालूर मंडी में किसानों से 41 से 43 किलो तक धान लिया जा रहा है। यह स्थिति किसानों की मेहनत पर सीधा असर डाल रही है।
बोरे के वजन का हवाला देकर किसानों से वसूली
धान खरीदी केंद्रों पर जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारी बोरे के वजन का हवाला देकर अधिक धान वसूल रहे हैं। भोले-भाले किसानों को इस प्रक्रिया में गुमराह किया जा रहा है। एक केंद्र कर्मचारी ने स्वीकार किया कि यह सब लैम्प्स प्रबंधक के निर्देश पर हो रहा है। उन्होंने कहा, “हम सिर्फ वही करते हैं जो अधिकारी कहते हैं।”
किसानों के साथ हो रहा अन्याय
किसान नेताओं और सामाजिक संगठनों ने इस गड़बड़ी पर नाराजगी जाहिर की है। उनका कहना है कि प्रशासन को जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान करना चाहिए। अतिरिक्त धान लेने से न केवल किसानों का नुकसान हो रहा है, बल्कि उनकी मेहनत का भी अपमान हो रहा है।
प्रशासन से जांच की मांग
धान खरीदी केंद्रों में हो रही इस गड़बड़ी पर किसानों ने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने अनुरोध किया है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि किसानों के साथ हो रहा अन्याय रोका जा सके।
बीजापुर जिले में इस प्रकार की गड़बड़ी से कृषि व्यवस्था और किसान हित पर सवाल खड़े हो रहे हैं। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस पर क्या कदम उठाता है।