मनीष महंत
कोरबा 19 जून (वेदांत समाचार)
एसईसीएल कुसमुण्डा खदान में कोयला खनन में लगे हुए लगभग सभी HP एमएम मशीनों का परीसंचालन विद्युत से होती है खदान खुलने से लेकर आज तक विद्युत आपूर्ति 132 केवी सब स्टेशन गेवरा प्रोजेक्ट से आपूर्ति की जा रही थी गेवरा से कुसमुण्डा खदान तक 6.6 केवी लाइन जोन की नर्सरी जंगल और बसावट से होते हुए खदानों तक पहुंचती थी जिसके चलते आए दिन विद्युत आपूर्ति बाधित होती थी ,और विभाग को सुधार कार्यों में विभिन्न प्रकार की बाधाओं का सामना करना पड़ता था जिसके चलते उत्पादन व उत्पादकता पर अच्छा खासा असर देखने को मिलता था गौरतलब है कि एक और कुसमुण्डा को मेगा प्रोजेक्ट का दर्जा प्राप्त है । ऐसे में प्रबंधन को भारी-भरकम सालाना उत्पादन लक्ष्य को हासिल करने में जोर लगाना पड़ता है वही सुचारू रूप से विद्युत आपूर्ति नहीं हो पा रही थी जिसके चलते हैं कोल उत्पादन मे कमी आ रही थी खासकर बारिश के मौसम में अब इस समस्या से निपटने के लिए कुसमुण्डा क्षेत्र में विद्युत व यांत्रिकी विभाग ने भाई टेंशन टावर लाइन के जरिए कुसमुण्डा के नेहरू नगर हेलीपैड में नवनिर्मित 132 केवी सब स्टेशन से सीधे खदान में विद्युत की आपूर्ति को पूरा कर लिया गया है ।
जिसकी शुरुआत आज कुसमुण्डा के मुख्य महाप्रबंधक आरपी सिंह द्वारा की गई साथ ही साथ महाप्रबंधक खनन बीके जेना ,महाप्रबंधक विद्युत एवं या अनिल कुमार झा 132 केवी सब स्टेशन के प्रभारी एंड नागेश्वर राव मौजूद थे । इस कार्य की शुरू होने से उम्मीद जताई जा रही है कि कोयला उत्पादन में तेजी आएगी ।
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