नई दिल्ली: प्रयागराज में महाकुंभ मेले का आगाज हो गया है। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक होटल के कमरे का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें 7-8 साधु बैठकर शराब और मांस का सेवन कर रहे हैं। यूजर्स वीडियो को शेयर करते हुए दावा कर रहे हैं कि ये वीडियो कुंभ के साधुओं का है। आइए जानते हैं क्या है वायरल दावे की सच्चाई
क्या है वायरल दावा?
सोशल मीडिया पर @LautanRamNish नाम के यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा,’ कुम्भ स्नान की ठंडी व दिन भर की थकान को दूर करने के लिए बाबाओं का शुद्ध शाकाहारी चीखना व पेय, यह है बाबाओं के पापमुक्ति का मार्ग।’
वहीं एक इंस्टाग्राम यूजर ने 7 दिन पहले उसी वीडियो को शेयर करते हुए लिखा- कलयुग के साधु संत!
उसके बाद सजग की टीम ने उनसे पूछा कि वायरल वीडियो कहां की है? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ये वीडियो पश्चिम बंगाल के तारापीठ का है। उन्होंने आगे बताया कि वहां पर कौशिकी अमावस्या पर विशेष पूजा होती है और मां तारा को मांस- मछली और शराब का भोग चढ़ाया जाता है। जब सजग की टीम ने गूगल पर तारापीठ के बारे में सर्च किया तो एक रिपोर्ट मिली। जिसमें बताया गया था कि तारापीठमंदिर में प्रसाद के तौर पर शराब भी चढ़ाया जाता है और तांत्रिकों द्वारा पीया भी जाता है। यहां पर रोज जानवरों की बलि भी दी जाती है।
ओरिजनल वीडियो मिलने के बाद ये साफ हो गया कि वायरल वीडियो महाकुंभ का नहीं है क्योंकि ये वीडियो पिछले साल अपलोड किया गया था जबकि महाकुंभ की शुरुआत दो दिन पहले हुई है। उसके बाद सजग की टीम ने अघोरी बाबा yogi kumar lalit से संपर्क किया। जिसके बाद उन्होंने बताया कि वायरल वीडियो पुराना है उसका कुंभ मेले से कोई संबंध नहीं हैं। उन्होंने आगे कहा कि अभी हम कुंभ में हैं और हमने काला नहीं भगवा वस्त्र धारण किया है।