पुजारी का मर्डर, चेला निकला हत्यारा, ऐसे मिला सुराग

बरेली,13 जनवरी 2025: उत्तर प्रदेश की बरेली पुलिस ने काली माता मंदिर के बाबा शिवचंद गिरी हत्याकांड का खुलासा कर दिया है. पुलिस का कहना है कि शिवचंद गिरी की हत्या उसी के चेले और मंदिर के दूसरे बाबा अमित गिरी ने की थी. दरअसल, हत्यारोपी को डर सता रहा था

कि शिवचंद उसके गुरु राम गिरी से दीक्षा लेकर मंदिर पर कब्जा कर लेगा. इसीलिए उसने इस खूनी वारदात को अंजाम दे डाला. आपको बता दें कि बरेली के फरीदपुर क्षेत्र के गांव पचौमी में 9 जनवरी को शिवचंद गिरी की ईंटों से कुचलकर और डंडों से पीटकर हत्या कर दी गई थी. इस पूरे घटनाक्रम में गांव राम पुरिया निवासी नागा बाबा अमित गिरी ने मुकदमा दर्ज कराया था. अमित की ओर से अज्ञात के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. जबकि, असल में हत्या खुद उसी ने की थी.

इस घटना का खुलासा करने के लिए बरेली के एसएसपी अनुराग आर्य ने पुलिस की दो टीमों और एसओजी की टीम को भी लगाया था. महज 48 घंटे के अंदर ही पुलिस ने इस घटना का खुलासा कर दिया. पोल खुली तो अमित गिरी ने भी अपना जुर्म कुबूल कर लिया. इस हत्याकांड में पुलिस को अमित गिरी पर पहले से ही शक था,

क्योंकि वह हर बार अपने बयान बदल रहा था. जब उसे हिरासत में लिया गया और सख्ती दिखाई गई तो उसने अपना जुर्म कुबूल कर लिया. अमित गिरी ने पुलिस पूछताछ में बताया कि मृतक बाबा शिवचंद गिरी का असली नाम शिव शरण कोरी है और वह रीवा, मध्य प्रदेश के रहने वाले थे.

आरोपी अमित गिरी ने पुलिस को पूछताछ में बताया है कि शिवचंद गिरी ने 8 जनवरी की शाम 5 बजे पंचेश्वर नाथ मंदिर में उसका और उसके गुरु का अपमान किया था.

इसी बात से वह नाराज हो गया और हत्या करने की पूरी प्लानिंग की. इसके अलावा अमित गिरी को इस बात का भी डर था कि बाबा शिवचंद गिरी उसके गुरु राम गिरी से दीक्षा लेकर काली माता मंदिर पर कब्जा कर लेगा. अगर ऐसा होता है तो उसे वापस पंचेश्वरनाथ मंदिर में रहना पड़ेगा. अमित गिरी ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि हत्या करने के बाद उसने शिवचंद गिरी का चिमटा, आधार कार्ड और दूसरा सामान छिपा दिया था,

जिससे कोई शिवचंद गिरी का नाम-पता न जान पाए. फिलहाल, पुलिस ने अमित गिरी की निशानदेही पर मृतक का सामान बरामद कर लिया गया है. साथ ही उसे गिरफ्तार कर न्यायिक रियासत में जेल भेज दिया गया है.