0 जिले में अब तक 33 हजार 709 क्ंिवटल वर्मी कम्पोस्ट में से 22 हजार क्ंिवटल का किया गया उठाव
0 कलेक्टर ने सभी संबंधित शासकीय विभागों द्वारा बाहर से वर्मी कम्पोस्ट खरीदने पर लगाया प्रतिबंध
राजनांदगांव 17 जून (वेदांत समाचार) कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने वर्मी कम्पोस्ट की बिक्री के सख्त निर्देश दिए थे, इसके बाद वर्मी कम्पोस्ट की बिक्री में तेजी आई है। जिले में अब तक 33 हजार 709 क्ंिवटल वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन किया जा चुका है, जिसमें से लगभग 22 हजार क्ंिवटल का उठाव किया जा चुका है। वहीं वर्मी कम्पोस्ट के निर्माण में भी तेजी आई है। कलेक्टर ने जिले के अनुविभागीय अधिकारी, समस्त शाखा प्रबंधक, समिति प्रबंधक, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी एवं एवं सहकारिता विभाग के अधिकारियों की वर्चुअल बैठक में वर्मी कम्पोस्ट के विक्रय के संबंध में गहन समीक्षा की थी।
कलेक्टर ने सभी संबंधित शासकीय विभागों द्वारा बाहर से वर्मी कम्पोस्ट खरीदने पर प्रतिबंध लगा दिया है। उन्होंने कहा है कि गोधन न्याय योजना से उत्पादित वर्मी कम्पोस्ट का उपयोग किसानों के अतिरिक्त कृषि, सहकारिता, उद्यानिकी, बीज निगम व रेशमपालन सहित अन्य विभाग, विभागीय योजनाओं से लाभान्वित होने वाले किसानों के लिए वर्मी कम्पोस्ट का उपयोग करें। उल्लेखनीय है कि गोधन न्याय योजना के तहत गुणवत्तायुक्त वर्मी खाद के उपयोग से भूमि की उर्वरता को बढ़ाने तथा जैविक खेती को प्रोत्साहित करने की सोच के साथ यह योजना आरंभ की गई। जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण है कि जिले में 366 गौठानों में 397 महिला स्व सहायता समूह कार्यरत हैं, जिनके द्वारा अब तक 33 हजार 709 क्ंिवटल खाद का उत्पादन किया जा चुका है तथा गौठान में लगातार वर्मी कम्पोस्ट की छनाई और पैकिंग का कार्य महिला समूहों द्वारा किया जा रहा है। उत्पादित हुए वर्मी खाद के उठाव के लिए किसानों में रूझान बढ़ रहा है। अब तक लगभग 22 हजार क्ंिवटल खाद का उठाव किया जा चुका है, जो खाद उत्पादित खाद 67 प्रतिशत है। साथ ही प्रतिदिन सहकारी समितियों के माध्यम से अन्य खाद के साथ ही कृषकों द्वारा वर्मी कम्पोस्ट खाद का उठाव भी जोरों पर है। खाद की गुणवत्ता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अब तक गौठानों से 600 वर्मी खाद के नमूने प्रयोगशाला भेजे गये, जिसमें से 455 नमूनों के परिणाम प्रयोगशाला से प्राप्त हुए हैं, सभी नमूने मानक स्तर के पाये गये हंै। सुपर कम्पोस्ट खाद भी पर्याप्त मात्रा में तैयार किया जा रहा है, जिसे भी समितियों द्वारा कृषकों को उपलब्ध कराया जाएगा। गौठान में कार्यरत महिला स्वसहायता समूहों को वर्मी कम्पोस्ट विक्रय से प्राप्त होने वाले लाभांश राशि का भुगतान भी नियमित अंतराल पर सहकारी केन्द्रीय बैंक के माध्यम से किया जा रहा है।
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