दुर्ग ,04जनवरी 2025 (वेदांत समाचार)। दुर्ग में बेटी ने ब्वॉयफ्रेंड के साथ मिलकर अपने मां-बाप और मामा से 54 लाख 22 हजार 880 रुपए की धोखाधड़ी की है। बेटे ने बैंक से पैसे कटने का मैसेज दिखाया, तब इसका राज खुला। अब पिता ने बेटी और उसके प्रेमी के खिलाफ केस दर्ज कराया है। घटना नेवई थाना क्षेत्र की है।
रिसाली निवासी रेलवे कर्मी बताया कि, बेटी अप्रैल 2022 में पुणे में पढ़ाई करने गई थी। उसके साथ मोहल्ले का ही रहने वाला शौर्यजीत साहू भी पुणे पढ़ाई करने गया था।
पढ़िए क्या है पूरा मामला
इस बीच खुशबू अपने घरवालों से रोजाना बात करती। बीच-बीच में घर भी छुट्टियों पर आती थी। जुलाई 2023 में खुशबू ने अपनी मां को एक दिन फोन किया। उसने बताया कि, उसने पुणे की पढ़ाई छोड़कर इंदौर से रिनाईनंस कॉलेज से बीकॉम ऑनर्स में एडमिशन ले लिया है।
उसने कहा कि, एडमिशन में प्रोसेस के लिए उसे मां की तीन महीने की सैलरी स्लिप, आधार कार्ड, पैन कार्ड, पापा के रेलवे का आईडी कार्ड चाहिए। इस बीच शौर्य और खुशबू साथ में भिलाई आते जाते रहे। दोनों में अच्छी दोस्ती होने से माता-पिता ने भी खास ध्यान नहीं दिया।
घर आने के दौरान शौर्यजीत ने खुशबू की मां के मोबाइल का पूरा डेटा अपने मोबाइल में ट्रांसफर कर लिया। साथ ही जो ओटीपी आया वो भी फाइनेंस कंपनी को बता दिया। मां ने उससे पूछा तो उसने कहा कि कॉलेज के काम से उसने उनका मोबाइल यूज किया है।
बैंक और फाइनेंस कंपनियों से लिया लोन
कुछ महीने तक परिवार को लोन की जानकारी नहीं हुई। जब ईएमआई नहीं जमा हुआ, तो बैंक और फाइनेंस कंपनियों से उनके पास मैसेज और फोन करना शुरू कर दिया। मां ने देखा की उनकी सैलरी अकाउंट से लोन की किस्त कट रही है। जब मां ने बेटी से पूछा तो उसने गुमराह करने के लिए कहा कि, यह ट्रेडिंग कंपनी का मैसेज है।
पिता ने छोटे भाई को मैसेज दिखाया तब हुआ खुलासा
पत्नी की सैलरी अकाउंट से पैसा कटने के बाद पिता को संदेह हुआ। इस पर नरेंद्र ने अपने छोटे भाई चंद्रप्रकाश ध्रुव को मैसेज दिया और जानकारी मांगी। इसके बाद भाई ने बताया कि, उनके नाम पर लोन लिया गया है। उसी की किस्त कट रही है। तब उन्हें पता चला कि बेटी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर उनके साथ धोखाधड़ी की है।
प्रेमी ने लोन की राशि अपने पिता के खाते में ट्रांसफर की
नेवई पुलिस ने जब मामले की जांच की, तो पता चला कि शौर्यजीत साहू ने पहले तो युवती के अपने साथ मिलाकर उसके माता-पिता के नाम पर लोन लिया। उस लोन की राशि को अपने पिता आशीष नगर रिसाली निवासी योगेश साहू के खाते में ट्रांसफर की। उसने पिता के अकाउंट में कुल 41 लाख 98 हजार 827 रुपए ट्रांसफर किया। फिर उस पैसों को निकाल लिया।
मां लेक्चरर और पिता रेलवे में कर्मचारी, बेटी तोड़ा नाता
युवती की मां शासकीय स्कूल में लेक्चरर हैं और पिता रेलवे में कर्मचारी हैं। मामा का खुद का बिजनेस है। पिता ने बताया कि, 6 महीने पहले तक वो हमेशा अपने माता-पिता और मामा से बात करती थी। भिलाई अपने घर आती थी। जब से उसने 55 लाख की ठगी की उसके बाद से 6 महीने बीत गए, वो ना तो बात की और ना ही घर आई है।