बिलासपुर, 31 दिसंबर (वेदांत समाचार)। आज दिनांक 31.12.2024 को कोलइण्डिया/एसईसीएल से सेवानिवृत्त होने वाले निदेशक तकनीकी (संचालन) एस.एन.कापरी के सेवानिवृत्त होने पर एसईसीएल मुख्यालय स्थित आडिटोरियम में अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक डॉ. प्रेम सागर मिश्रा, निदेशक तकनीकी (योजना/परियोजना ) एन फ्रैंकलिन जयकुमार, निदेशक (कार्मिक) बिरंची दास, निदेशक (वित्त) डी सुनील कुमार, मुख्य सतर्कता अधिकारी हिमांशु जैन, एसईसीएल संचालन समिति के हरिद्वार सिंह (एटक), सुजीत कुमार सिंह (बीएमएस), एके पांडे (सीएम ओआई) श्रद्धा महिला मण्डल की अध्यक्षा श्रीमती पूनम मिश्रा, उपाध्यक्षा श्रीमती संगीता कापरी, मार्गदर्शिकाएं-श्रीमती अनिथा फ्रेंकलिन, श्रीमती इप्शिता दास, श्रीमती हसीना कुमार, श्रीमती विनिता जैन, विभिन्न विभागाध्यक्षों, क्षेत्रीय महाप्रबंधकों, संचालन समिति, सुरक्षा समिति, कल्याण मण्डल के पदाधिकारियों, एससी/एसटी/ओबीसी/सिस्टा, सीएमओएआई एवं विभिन्न श्रमसंघ प्रतिनिधियों, अधिकारियों, कर्मचारियों की उपस्थिति में भावभीनी विदाई दी गई।
इस कार्यक्रम में स्वागतोपरांत निदेशक तकनीकी (संचालन) एस.एन.कापरी ने अपनी जीवन यात्रा पर सविस्तार प्रकाश डालते हुए कोलइण्डिया में अपने 37 वर्षों से अधिक सेवाकाल के दौरान सबके सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा अपनी लगन व मेहनत से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। उन्होंने वर्तमान में कोयला क्षेत्र की चुनौतियों को स्वीकार कर अपने लक्ष्य के प्रति प्रतिबद्ध होते हुए निरंतर कार्यरत रहने का आव्हान किया। उन्होंने एसईसीएल में बिताए अपने प्रत्येक पल को खुले मन से साझा करते हुए एसईसीएल द्वारा दिए गए इस आत्मीय सम्मान के लिए सभी का आभार व्यक्त किया।
अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक डॉ. प्रेम सागर मिश्रा ने कहा मैं श्री कापरी से पिछले 41 वर्षों से परिचित हूँ, श्री कापरी बहुत ही प्रतिभाशाली, मेधावी, कर्मठ हैं। इनमें कर्तव्यपरायणता, निष्ठा कूट-कूट कर भरा है जो सभी के लिए प्रेरणास्त्रोत व मिसाल हैं। अंत में उन्होंने श्री कापरी के सपरिवार सुखमय भविष्य की कामना ईश्वर से की ।
निदेशक तकनीकी (योजना/परियोजना ) श्री एन फ्रैंकलिन जयकुमार ने कहा कि कार्य के दौरान वे सहजता व सरलता से एक जुट होकर कार्य संपादित करते हैं।
निदेशक (कार्मिक) श्री बिरंची दास ने कहा की कार्य के दौरान मुझे हमेशा मेरा मार्गदर्शन किया एवम स्नेह दिया। आप सभी से आत्मीयता व सम्मान से मिलते हैं।
निदेशक (वित्त) श्री डी सुनील कुमार ने कहा श्री कापरी परिपक्व माईनिंग इंजीनियर हैं। कठिन परिस्थिति में संयम बनाए रखते हुए उसका हल निकाल लेना श्री कापरी की सबसे बड़ी खूबी है।
मुख्य सतर्कता अधिकारी श्री हिमांशु जैन ने कहा विगत वर्षों में एसईसीएल दवारा हासिल की गयी उपलब्धियों में श्री कापरी की अहम भूमिका रही।
इस अवसर पर श्रमसंघ पदाधिकारीगण श्री हरिद्वार सिंह (एटक), श्री सुजीत कुमार सिंह (बीएमएस), श्री एके पांडे (सीएम ओआई) ने अपने-अपने सम्बोधन में कहा कि श्री कापरी सरल व्यक्तित्व के धनी, नम्रता एवं मिलनसारिता की खान, कर्मठता की प्रतिमूर्ति हैं। आपने सदैव अधीनस्थों को प्रेरित कर वैचारिक व प्रेरणास्पद नेतृत्व मुहैया कराया जिससे लोग स्वमेव सर्वोत्तम प्रयास करते हुए निष्ठापूर्वक कार्य निष्पादित करने के लिए प्रोत्साहित हुए।
इस अवसर पर स्वागत भाषण महाप्रबंधक रायगढ़ क्षेत्र श्री हेमंत पांडे ने प्रस्तुत किया जबकि मानपत्र का पठन महाप्रबंधक (औद्योगिक अभियांत्रिकी) श्री आर.के. सिंह ने किया जिसे निदेशक मण्डल द्वारा श्री एस. एन. कापरी को भेंट किया गया। कार्यक्रम में जनसंपर्क विभाग द्वारा संग्रहित फोटो एलबम व प्रेस कतरनें प्रस्तुत की गयी जिसे निदेशक मण्डल द्वारा श्री एस.एन. कापरी को भेंट किया गया। कार्यक्रम का संचालन श्री वरुण शर्मा प्रबंधक (कार्मिक/औद्योगिक संबंध) एवम सी. अनुराधा उप प्रबंधक (ई/एम) ने किया जबकि अंत में उपस्थितों को धन्यवाद ज्ञापित उप महाप्रबंधक (कार्मिक प्रशासन/जनसंपर्क) श्री मनीष श्रीवास्तव ने किया।
निदेशक (तकनीकी) संचालन श्रीयुत सत्य नारायण कापरी जी का परिचय
बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी, नम्रता एवं कर्मठता की प्रतिमूर्ति श्रीयुत सत्य नारायण कापरी जी का जन्म दिनांक 01-01-1965 को बिहार के तत्कालीन भागलपुर जिला अंतर्गत अमरपुर के एक सुसंस्कृत एवं प्रतिष्ठित परिवार में हुआ। आपके पिताजी का नाम स्व. कालेश्वर कापरी है । चुनौतियों से जूझने एवं अपने प्रदत्त दायित्वों व कर्तव्यों के भलीभांति निर्वहन करने का व्यक्तित्व आपको विरासत में मिला है। प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा के उपरांत आपने चूनौतीपूर्ण कर्मक्षेत्र का चयन किया। आपने आईआईटी-आईएसएम, धनबाद से बी. टेक (माईनिंग) डिग्री प्राप्त की है।
आपकी दूरदर्शिता, व्यापक अनुभव, कार्यदक्षता, कार्य-निष्पादन की कुशल कार्य-शैली, प्रबंधकीय क्षमता, कुशाग्रता, चुनौतियों से जूझने का जज्बा, लक्ष्य प्राप्ति की लगन तथा नित्यशील परिश्रम की विलक्षण क्षमता के फलस्वरुप आपने सभी क्षेत्रों में अपनी जिम्मेदारियों को कुशलतापूर्वक निष्पादित किया। आपकी इसी क्षमताओं और कुशाग्रता के परिणाम स्वरूप आपने दिनांक 09-12-2022 को साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड में निदेशक तकनीकी (योजना-परियोजना) के रूप में कार्यभार ग्रहण किया एवं दिनांक 01-10-2023 को निदेशक तकनीकी (संचालन) का पदभार ग्रहण किया।
आपको कोयला उद्योग में लगभग 37 वर्षों का दीर्घ अनुभव है तथा आपकी छवि आधुनिकीकरण, अवसंरचनात्मक विकास तथा तकनीक के पैरोकार के रूप में रही है। आपने 18 अगस्त 1987 को जेट माईनिंग के रूप में कोल इंडिया लिमिटेड में कार्यभार ग्रहण किया तथा आपकी पदस्थापना एसईसीएल हसदेव एरिया अंतर्गत राजनगर आरओ में हुई । आपने 1992 में डीजीएमएस से फर्स्ट क्लास माईन मैनेजर्स सर्टिफिकेट प्राप्त किया। आपको एसईसीएल एवं ईसीएल की कोयला खदानों में परियोजना अधिकारी, कॉलरी मैनेजर, सेफ्टी ऑफिसर, योजना-परियोजना अधिकारी, सबएरिया मैनेजर तथा महाप्रबंधक के रूप में काम करने का गहन एवं व्यापक अनुभव है।
एसईसीएल में, हसदेव क्षेत्र, बैकुण्ठपुर क्षेत्र के कटकोना 3/4 व झिलमिली में सेवाएँ देने उपरांत अक्टूबर 2006 में आप ईस्टर्न कोलफील्ड्स गए जहाँ आपने केंदा, सोदेपुर व राजमहल एरिया में एजेंट व एरिया मैनेजर (प्रोजेक्ट कमिशनिंग एण्ड डेव्हलपमेंट) जैसे महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया। आपने राजमहल एरिया में 4 री-हैबिलिटेशन साईट्स विकसित करने में सफलता पाई।
वर्ष 2012 में एसईसीएल में आपका पुर्नआगमन हुआ जहाँ आपने बैकुण्ठपुर, भटगांव क्षेत्रों में सबएरिया मैनेजर व महाप्रबंधक (संचालन) के रूप में कार्य करने के उपरांत वर्ष 2018 में एरिया महाप्रबंधक जोहिला क्षेत्र नियुक्त किए गए।
क्षेत्रीय महाप्रबंधक जोहिला के रूप में कार्य करते हुए आपने 8 में से 7 गावों के एसेट्स सर्वे पूरा कराया, वहीं 2 एमटीवाई क्षमता के कंचन ओसीपी के माईन बाऊण्ड्री के फाईनल एक्सटेंशन में भी सफलता पाई।
आपने कम्पनी के कारपोरेट कार्यालय में महाप्रबंधक (उत्पादन) व महाप्रबंधक (औद्योगिक अभियांत्रिकी) के रूप में भी कार्य किया है। मुख्यालय में कार्य करते हुए आपने आऊटसोर्सिंग प्रपोजल्स के तेजी से निपटारे पर बल दिया वहीं ईआरपी के पीपी माड्यूल के कार्यान्वयन तथा एसईसीएल के सभी खदानों में कोल, ओबीआर व ऑफटेक के रिपोर्टिंग के लिए प्रोडक्शन पोर्टल तैयार व लागू किया।
उत्कृष्ठ सेवाओं के लिए आपको वर्ष 2020-21 में कोलइण्डिया स्थापना दिवस के अवसर पर बेस्ट एचओडी का अवार्ड भी प्रदान किया गया।
निदेशक तकनीकी पद पर चयनित होने से पूर्व आप एसईसीएल बैकुण्ठपुर क्षेत्र के क्षेत्रीय महाप्रबंधक के दायित्वों का सफलतापूर्वक निर्वहन कर रहे थे।
बैकुण्ठपुर क्षेत्र के महाप्रबंधक के रूप में कार्य करते हुए आपने हसदेव एरिया के कपिलधारा यूजी माईन जो कि संचालित नहीं हो रहा था के कान्टिन्यूअस माईनर के नियोजन की दिशा में महत्वपूर्ण प्रयास किया, साथ ही बैकुण्ठपुर एरिया के झिलमिली, पांडवपारा एवम कटकोना अण्डरग्राऊण्ड माईन में कान्टिन्यूअस माईनर की स्थापना भी सुनिश्चित की।
आगे बढ़कर कार्य करना आपके व्यक्तित्व की खूबी रही। आपने चरचा कोल हेण्डलिंग प्लांट के बेल्ट कन्वेयिंग सिस्टम के री-स्ट्रक्चरिंग की पहल की जिससे ब्रेकडाऊन की समस्या से निजात मिला, वहीं श्रमशक्ति व विद्युत खपत में भी कमी आयी। आपने एरिया में इन्वेन्ट्री को कम करने की दिशा में भी कई अभिनव पहल किए।
आप एसईसीएल के निदेशक तकनीकी (संचालन) के रूप में कार्य करने के अलावा सिंगरैनी कॉलरीज लिमिटेड के सब्सिडियरी कम्पनी आंन्ध्रप्रदेश हैवी मशीनरी एण्ड इंजीनियरिंग लिमिटेड के बोर्ड में एसईसीएल के नामित निदेशक रहे।
आपने एसईसीएल के अनुषंगी रेल कॉरीडोर कम्पनियों सीईआरएल व सीईडब्ल्यूआरएल के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में निदेशक पद को भी सुशोभित किया है।
आपने अपने निदेशक पद के कार्यभार के दौरान भूमिगत खदानों से अधिकाधिक मात्रा में गुणवत्तापूर्ण कोयला उत्पादन करने हेतु कान्टिन्यूअस माईनर के माध्यम से मॉस प्रोड्क्शन टेक्नालाजी को अहमियत देने हेतु अपना योगदान दिया है।
आपकी इस उपलब्धिपूर्ण जीवनयात्रा में आपकी जीवन संगिनी श्रीमती संगीता कापरी की अत्यंत महत्वपूर्णं भूमिका रही। श्रीमती संगीता कापरी शिक्षित, सुसंस्कृत होने के साथ-साथ कुशल गृहिणी के रूप में पारिवारिक-सामाजिक जिम्मेदारियों के बखूबी निर्वहन के लिए एक आदर्श महिला के रूप में जानी जाती है। श्रद्धा महिला मंडल की उपाध्यक्षा का दायित्व संभालते हुए आप समाज कल्याण के कार्यों में काफी सक्रिय रहीं तथा सांस्कृतिक कार्यकलापों में संबद्ध रहते हुए भी आपकी प्रेरणास्त्रोत रहीं और आपकी विकास यात्रा में उन्होंने चरण-दर-चरण महत्वपूर्ण भागीदारी निभाई।
आपके एक पुत्र व एक पुत्री हैं। आपका पुत्र श्वेतांग शेखर एनआईटी त्रिची से इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रोनिक इंजीनियरिंग (ई.ई.ई.) से बी.टेक करने के उपरांत टाटा पावर में 3 वर्ष कार्य किये, तत्पश्चात जर्मनी से एमबीए कर 4 वर्ष जर्मनी में ही कार्य किए, वहीं आपकी पुत्री श्रेया श्वेतिमा आईआईटी बाम्बे से केमिकल ब्रांच में बी.टेक व आईएसबी हैदराबाद से एमबीए करने के उपरांत नागारो सर्विसेस, दिल्ली में बिजनेस कन्सलटेंट के पद पर कार्यरत है।
हम परम पिता परमेश्वर से प्रार्थना करते है जिस तरह आपका कर्म-जीवन उपलब्धियों से परिपूर्ण रहा है उसी तरह आप जीवन में आगे भी सफलता प्राप्त करें। आप जहाँ भी रहे, सपरिवार सानन्द, सुखी, सम्पन्न, स्वस्थ एवं प्रसन्न रहें। एसईसीएल परिवार आपके सुखद भविष्य की कामना करता है।