दंतेवाड़ा,31दिसंबर 2024। मुख्य चिकित्सा अधिकारी के निर्देशन में विगत दिवस जिला क्षय नियंत्रण एवं पिरामल फाउंडेशन की टीम ने विकासखंड गीदम के ग्राम पंचायत मड़से में ‘‘निःक्षय निरामय‘‘ 100 दिवसीय पहचान एवं उपचार अभियान के तहत युवोदय स्वयंसेवकों को टीबी (क्षय रोग) के प्रति ग्रामीणों जागरूक किया।
अभियान के दौरान स्वयंसेवकों को टीबी के प्रमुख लक्षण जैसे की दो सप्ताह से अधिक खांसी, बलगम में खून आना, छाती में दर्द, शाम को बुखार, भूख की कमी, वजन कम होना और रात में पसीना आने जैसे विभिन्न लक्षणों की जानकारी दी गई। टीम ने ग्रामीणों को जानकारी दी कि क्षय एक संक्रामक रोग है, जो हवा के माध्यम से फैलता है और बीड़ी, तंबाकू, सिगरेट, शराब के सेवन, कुपोषण, मधुमेह, या टीबी मरीजों के संपर्क में रहने वाले लोगों को अधिक प्रभावित करता है।
टीम ने लोगों को भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क पहनने, लक्षण पाए जाने पर नज़दीकी स्वास्थ्य केंद्र में निशुल्क जांच कराने, और संभावित रोगियों को जल्द जांच के लिए प्रेरित करने का आग्रह किया। कार्यक्रम में जिला क्षय नियंत्रण टीम के मेघप्रकाश शेरपा (पीपीएम समन्वयक) और पिरामल फाउंडेशन के जिला कार्यक्रम समन्वयक राजेश बघेल उपस्थित रहे। इसके अलावा अंत में युवाओं से “टीबी मुक्त भारत” बनाने की शपथ दिलवाई गई।