इंडस पब्लिक स्कूल दीपिका के प्राचार्य डॉक्टर संजय गुप्ता ने नो डिटेंशन पॉलिसी पर की विस्तार से चर्चा, साझा की अति महत्वपूर्ण जानकारी…

  • नो डिटेंशन पॉलिसी रद्द: अब पांचवीं और आठवीं कक्षा में फेल होने पर रोका जाएगा प्रमोशन

कोरबा, 31 दिसंबर (वेदांत समाचार)। केंद्र सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा बदलाव किया है। सरकार ने अब कक्षा 5 और 8 के छात्रों के लिए लागू ‘नो-डिटेंशन पॉलिसी’ को खत्म करने का फैसला किया है। इसका मतलब है कि जो छात्र साल के अंत में होने वाली परीक्षा में फेल होंगे, उन्हें अगली कक्षा में प्रमोट नहीं किया जाएगा।

इंडस पब्लिक स्कूल दीपका के प्राचार्य डॉक्टर संजय गुप्ता ने इस विषय पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति के तहत, कक्षा 5 और 8 के छात्र अगर वार्षिक परीक्षा में फेल होते हैं, तो उन्हें प्रमोट नहीं किया जाएगा। हालांकि, छात्रों को सुधार का मौका दिया जाएगा। परीक्षा में फेल होने पर दो महीने के भीतर री-एग्जाम होगा। अगर इस री-एग्जाम में छात्र पास होता है तो उसे दूसरे क्लास में प्रोमोट करने की इजाजत दी जाएगी। अगर छात्र री-एग्जाम में भी फेल होते हैं, तो उन्हें उसी कक्षा में रोक लिया जाएगा।

डॉक्टर संजय गुप्ता ने बताया कि नो-डिटेंशन पॉलिसी को खत्म करने का मकसद छात्रों को रटने के बजाय समझने पर जोर देना है। वार्षिक परीक्षा और री-एग्जाम का मकसद छात्रों की समग्र शिक्षा को बेहतर बनाना है। सरकार चाहती है कि छात्र केवल प्रमोट होने के लिए न पढ़ें, बल्कि सीखने पर ध्यान दें। यह बदलाव शिक्षा प्रणाली को सुधारने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।