कोरबा 17 जून (वेदांत समाचार) । पॉवर हब होने के बावजूद एक ओर कोरबा नगर निगम के अंतर्गत बांकीमोंगरा क्षेत्र में 15 घंटों से लेकर दो-दो दिन तक बिजली कटौती जारी है, जिससे बच्चों की पढ़ाई, खेती-किसानी और व्यवसाय से लेकर रोजमर्रा के सभी काम प्रभावित हो रहे हैं, वहीं दूसरी ओर बदहाली का आलम यह है कि बिजली के खंभों में करंट दौड़ रहा है, जिससे जान-माल का नुकसान हो रहा है। इससे इस क्षेत्र के लोगों में जबरदस्त आक्रोश है। इस नाराजगी को स्वर देते हुए मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने बिजली विभाग को ‘हल्ला बोल’ आंदोलन की चेतावनी देते हुए यहां के स्थानीय अधिकारियों को अधीक्षण यंत्री, कोरबा के नाम ज्ञापन सौंपा है और बिजली समस्या को हल करने की मांग की है। पार्टी ने कहा है कि यदि एक सप्ताह के अंदर दुरुस्तीकरण के कदम नहीं उठाए गए, तो 23 जून से चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि बांकीमोंगरा में बिजली विभाग का सब-स्टेशन है, इसके बावजूद शहरी और ग्रामीण क्षेत्र भयंकर बिजली कटौती का सामना कर रहे हैं। इसका मुख्य कारण ट्रांसफार्मरों का खराब होना है। इसके साथ ही बिना रीडिंग, औसत बिल के नाम पर, अनाप-शनाप बिल भेजे जा रहे हैं और इन बिलों को सुधारने से भी इंकार किया जा रहा है। बिजली व्यवस्था की बदहाली का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि खंभों में बिजली दौड़ने की वजह से हाल-फिलहाल घुड़देवा के दो मवेशियों सहित कई मवेशी बिजली के खंभों से चिपककर मर गए हैं, लेकिन इसकी जिम्मेदारी बिजली विभाग लेने के लिए तैयार नहीं है।
इन समस्याओं को लेकर कल माकपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने दर्री जोन के सहायक अभियंता नितिन विश्वकर्मा से भेंट की और उन्हें कोरबा जिले के अधीक्षण यंत्री के नाम से ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बिजली कटौती को तत्काल बंद करने, सभी बीपीएल कार्डधारियों को निःशुल्क कनेक्शन देने, अनाप-शनाप बिजली बिलों के वितरण पर रोक लगाने और ऐसे बिलों को सुधारने तथा बिजली विभाग के कुप्रबंधन के कारण लोगों को जान-माल के हुए नुकसान की भरपाई करने की मांग की गई है। माकपा नेताओं ने इस क्षेत्र के बिजली संकट को हल करने के लिए मोंगरा टाऊन फीडर को दो भागों में बांटने, ग्राम मड़वाढोढा और पुरैना को बांकी मोंगरा लाइन से जोड़ने, एलटी केबल को ठीक करने तथा टूटे खंभों और खराब ट्रांसफार्मरों को तत्काल बदलने का भी सुझाव दिया है।
माकपा प्रतिनिधि मंडल में प्रशांत झा,जवाहर सिंह कंवर, हुसैन अली, अजित कंवर, आनंद धांधी, शत्रुहन दास, नोहर सिंह बिंझवार, दिलहरन बिंझवार, नंद लाल कंवर आदि शामिल थे। उन्होंने बताया कि 23 जून से बिजली विभाग के उच्च अधिकारियों को सीधे एसएमएस भेजकर आम जनता अपना विरोध दर्ज कराएगी तथा 1 से 7 जुलाई तक जगह-जगह इन अधिकारियों के पुतले जलाए जाएंगे। इसके बाद भी बिजली विभाग को होश नहीं आया, तो 8 जुलाई को दर्री जोन कार्यालय का घेराव किया जाएगा।
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