गुज़रे ज़माने के दिग्गज अभिनेता चंद्रशेखर का निधन हो गया. उनकी उम्र 97 वर्ष थी. मुम्बई में अपने अंधेरी स्थित अपने आवास में उन्होंने आखिरी सांस ली. धारावाहिक रामायण में आर्य सुमंत की भूमिका निभाने वाले ये वरिष्ठ अभिनेता काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे. 50-60 के दशक में कई फिल्मों में उन्होंने बतौर एक्टर काम किया था. हैदराबाद में जन्मे चंद्रशेखर ने 1950 के दशक की शुरुआत में बतौर बाल कलाकार अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की. 1954 में आई फिल्म ‘सुंरग’ में वह पहली बार मुख्य अभिनेता की भूमिका में नजर आए. चंद्रशेखर ने टीवी पर निर्देशक रामानंद सागर के 1987 में आए धारावाहिक ‘रामायण’ में राजा दशरथ के प्रधानमंत्री आर्य सुमंत की भूमिका निभाई थी, उनके द्वारा निभाये गए इस किरदार से वो घर घर में पहचाने जाने लगे.
चंद्रशेखर के बेटे एवं निर्माता अशोक शेखर से मिली जानकारी के अनुसार, उनके पिता ने सुबह करीब सात बजे अपने घर पर अंतिम सांस ली. उन्हें कोई बीमारी नहीं थी, यह केवल उम्र की वजह से हुआ. उन्होंने एक अच्छा जीवन जिया. चंद्रशेखर के परिवार में उनके तीन बच्चे हैं. चंद्रशेखर टीवी अभिनेता शक्ति अरोड़ा के नाना जी थे.
अभिनेता चंद्रशेखर ने लगभग 250 फिल्मों में काम किया था. 50 के दशक में अपने करियर की शुरुआत एक जूनियर आर्टिस्ट के तौर पर की थी. कई फिल्मों में जूनियर आर्टिस्ट का रोल निभाने के बाद वो बाद में चंद्रशेखर कई फिल्मों मे हीरो के तौर पर नजर आए और बाद में एक चरित्र अभिनेता के तौर पर उन्होंने अपने पहचान बनाई थी. हिंदी फिल्म ‘काली टोपी लाल रूमाल’ में मुख्य भूमिका निभाने वाले चंद्रशेखर पर उस फिल्म में एक गाना फिल्माया गया था, जिसके बोल थे ‘लागी छूटे ना अब तो सनम, चाहे जाए जिया तेरी कसम’ ये गाना उस ज़माने में काफी मशहूर हुआ था. एक अच्छे अभिनेता और अच्छे इंसान के रूप में उन्हें हमेशा याद किया जायेगा.
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