हमारे पास सिर्फ 1 दिन…, रोहित शर्मा के इस बयान में छिपी है टीम इंडिया की हार? मेलबर्न में पड़ ना जाए लेने के देने

नईदिल्ली ,24दिसंबर 2024 : मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) में बॉक्सिंग डे टेस्ट के लिए टीम इंडिया अपनी तैयारियों को अंतिम रुप दे रही है. टीम इंडिया गाबा टेस्ट ड्रॉ होने के बाद जल्द ही मेलबर्न पहुंच गई थी. रोहित शर्मा की सेना ने मेलबर्न के मैदान पर जमकर पसीना बहाया है. इसी बीच भारतीय कप्तान ने मेलबर्न की पिच को लेकर अहम जानकारी दी है. उन्होंने खुलासा कर दिया है कि मेलबर्न की पिच कैसी होगी. मेलबर्न पिच का परीक्षण करने के बाद रोहित ने बताया कि एक दिन पहले उन्होंने जब पिच देखी थी तो उस पर काफी घास थी.

हमारे पास सिर्फ एक दिन…’
रोहित शर्मा ने कहा, ‘मैंने एक दिन पहले पिच देखी थी, एमसीजी में काफी घास थी. हम देखेंगे कि यह अब कैसी दिखती है और मौसम के बारे में पता है. हम तय करेंगे कि हमें क्या करना है. एमसीजी में अब तक हमारे पास इस्तेमाल की गई पिचों पर ट्रेनिंग और अभ्यास था. आज एक मात्र दिन है जब हमें प्रैक्टिस के लिए नई पिचें मिलने वाली हैं’.

टीम इंडिया ने इस्तेमाल की गई पिचों पर की थी प्रैक्टिस
बता दें कि भारतीय टीम अब तक मेलबर्न में इस्तेमाल की जाने वाली पिचों पर प्रैक्टिस करती रही. जिन पिचों पर टीम ने प्रैक्टिस की है वे बिग बैश लीग में अभ्यास के लिए इस्तेमाल हुई थी. भारतीय टीम को चार पिचें मिली थी और इनकी गुणवत्ता से मेहमान टीम खुश नहीं थी. इन पिचों पर ना ही गति उतनी थी और ना ही उछाल था. ऑस्ट्रेलिया में आम तौर पर ऐसी पिचें नहीं होती है. ये पिचें मेलबर्न टेस्ट में इस्तेमाल होने वाली पिच के बिलकुल विपरीत थी. हालांकि अब भारत को नई पिच प्रैक्टिस के लिए मुहैया कराई जाएगी. लेकिन वो भी सिर्फ एक दिन के लिए. बॉक्सिंग डे टेस्ट से पहले टीम इंडिया को नई पिच पर प्रैक्टिस का एकमात्र मौका मिलेगा. ऐसे में टीम इंडिया की प्रैक्टिस कहीं अधूरी न रह जाए और इसका खामियाजा उसे मैच में ना भुगतना पड़ जाए.

MCG पिच क्यूरेटर ने बताया कैसा होगा पिच का मिजाज
दूसरी ओर रोहित से पहले MCG के पिच क्यूरेटर ने पिच को लेकर अहम जानकारी दी थी. उन्होंने बताया था कि पिच पर 6 मिमी तक की घास रहेगी. इससे साफ है कि पिच स्पिनर्स को मदद नहीं करेगी बल्कि यहां भी तेज गेंदबाजों का जलवा देखने को मिलेगा. पिच क्यूरेटर ने कहा, ‘सात साल पहले पिच काफी सपाट थी. हमने फैसला किया कि हम और ज्यादा रोमांचक टेस्ट मैच बनाना चाहते हैं. इसलिए अब हम पिचों पर अधिक घास छोड़ते हैं. इससे गेंदबाजों को अधिक खेलने का मौका मिलता है, लेकिन नई गेंद के सॉफ्ट होने के बाद बल्लेबाजी भी अच्छी होगी. हम पिछले कुछ सालों से छह मिलीमीटर (घास की साइज) की पिचें बना रहे हैं’.