नईदिल्ली ,24दिसंबर 2024 : बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024 के मध्य में रविचंद्रन अश्विन ने अचानक रिटायरमेंट की घोषणा कर क्रिकेट जगत को चौंका दिया था. उन्होंने अपने करियर का आखिरी मैच एडिलेड में खेला, जहां भारतीय टीम को पिंक बॉल टेस्ट में 10 विकेट से हार मिली थी. अंतर्राष्ट्रीय करियर में कुल 765 विकेट लेने वाले अश्विन ने अब खुलासा किया है कि आखिर उन्होंने रिटायरमेंट का निर्णय क्यों लिया? अश्विन एक महान क्रिकेटर का दर्जा प्राप्त करने के बाद रिटायर हुए और काफी लोगों का मानना था कि उन्हें एक फेयरवेल मैच जरूर मिलना चाहिए था.
इंग्लैंड के एक मीडिया चैनल को दिए इंटरव्यू में रविचंद्रन अश्विन ने बताया कि ऐसे पड़ाव पर आने के बाद हमेशा एक क्रिकेटर के मन में रिटायरमेंट का सवाल आता है. अश्विन कहते हैं कि उन्होंने कभी अपने जीवन में चीजों को अपने दिल में दबाकर नहीं रखा, उनके अनुसार जिस दिन उन्हें लगेगा कि अब टीम को उनकी जरूरत नहीं है तो वह उनका क्रिकेट में आखिरी दिन होगा. साथ ही अश्विन ने बताया कि हमेशा उन्होंने क्रिकेट के खेल को खुद से आगे रखा है.
क्यों ली रिटायरमेंट?
रविचंद्रन अश्विन ने रिटायरमेंट लेने का कारण बताते हुए कहा, “मैंने कई बार रिटायरमेंट पर विचार किया था. मेरा मानना था कि मेरे करियर का आखिरी दिन वह होगा जब मैं सुबह उठकर सोचूं कि अब मेरा यहां कोई भविष्य नहीं है. मुझे अचानक लगा कि मेरे लिए अब यहां ज्यादा कुछ हासिल करने को नहीं बचा है.”
भारत के दिग्गज स्पिन गेंदबाज ने आगे कहा, “मुझे अपने फैसले पर कोई खेद नहीं है क्योंकि कठिन मेहनत करके मैं यहां पहुंचा था. मुझे खुशी है कि क्रिकेट का खेल मेरे जीवन में आया, जिसने मेरे जीवन को आगे बढ़ने का एक महत्व दिया. मैंने बहुत लंबे समय तक टेस्ट क्रिकेट खेला है, जिसने मुझे जिंदगी जीना भी सिखाया है. यह मेरे जीवन में हुई सबसे अच्छी चीज है.”