भोपाल। मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाली 25 वर्षीय मुस्कान खान का भारतीय वायुसेना में फ्लाइंग ऑफिसर (टेक्निकल ब्रांच) के तौर पर चयन हुआ है। वायुसेना के हालिया परिणामों में तीसरे प्रयास में उन्हें यह सफलता हासिल हुई है। अब वे 1 साल 5 महीने की ट्रेनिंग के बाद फ्लाइंग ऑफिसर की रैंक पर पहुंचेंगी। रायसेन रोड स्थित सिद्धार्थ लेक सिटी कॉलोनी, भोपाल निवासी मुस्कान के पिता एम.एच. खान जवाहर नवोदय विद्यालय के रिटायर्ड प्रिंसिपल हैं। मुस्कान के मुताबिक, सफलता का मंत्र है – खुद पर भरोसा और सही मार्गदर्शन। वह कहती हैं, “यदि आप अपनी पढ़ाई पर फोकस करते हैं और खुद पर कंट्रोल रखते हैं, तो कोई भी बाहरी परेशानी आपको प्रभावित नहीं कर सकती।”
मुस्कान ने सोशल मीडिया को अपनी सफलता का अहम हिस्सा माना है। उन्होंने बताया कि उन्होंने डिफेंस से संबंधित पेजों को फॉलो किया था, जो अच्छी तैयारी के लिए कंटेंट उपलब्ध कराते थे। वह यूट्यूब चैनल “सीडीएस जर्नी” और “स्टडी आईक्यू” से भी जुड़ी थीं, जहां उन्हें जीके और मॉक टेस्ट से संबंधित उपयोगी सामग्री मिलती थी। मुस्कान का भारतीय सेना में जाने का सपना उनके भाई के भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनने के बाद से मजबूत हुआ। उनके भाई ने बी.टेक किया है और वह उनकी सबसे बड़ी प्रेरणा रहे हैं। मुस्कान के पिता एम.एच. खान ने बताया कि मुस्कान ने 2016 में जवाहर नवोदय विद्यालय से 12वीं की परीक्षा पास की थी और फिर श्री वैष्णो विश्वविद्यालय, इंदौर से बी.टेक (कंप्यूटर साइंस) की डिग्री हासिल की।
मुस्कान ने अपनी सफलता का श्रेय अपनी पारिवारिक मदद को दिया। वह कहती हैं, “मेरे परिवार का सपोर्ट मेरे लिए बेहद महत्वपूर्ण था। जहां मेरी मां का इमोशनल सपोर्ट था, वहीं मेरे भाई का मार्गदर्शन और पापा की मदद ने मेरी तैयारी को आसान बना दिया।” मुस्कान ने विशेष रूप से अल्पसंख्यक पेरेंट्स से अपील की है कि वे अपनी बेटियों को बेहतर शिक्षा दें। उनके मुताबिक, अगर बेटियों पर भरोसा किया जाए, तो वे किसी भी कार्य में पीछे नहीं रहतीं। मुस्कान की यह सफलता न केवल उनकी मेहनत और समर्पण का परिणाम है, बल्कि यह एक प्रेरणा भी है कि अगर सही दिशा और परिवार का सहयोग मिले, तो कोई भी सपना हकीकत बन सकता है।