रायपुर, 19 दिसम्बर। कांग्रेस में जल्द ही जोगी परिवार की वापसी हो सकती है। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज को पत्र लिखकर विलय का प्रस्ताव भेजा है। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. रेणु जोगी ने पत्र में लिखा है कि प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री स्व. अजीत जोगी की गठित पार्टी की विचारधारा कांग्रेस की है।
पार्टी की कोर कमेटी ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया है कि पार्टी का कांग्रेस में विलय हो। सभी पदाधिकारी और सदस्य कांग्रेस में प्रवेश करना चाहते हैं। डॉ. रेणु जोगी ने प्रवेश कराने का अनुरोध किया है।
निष्कासन पर पार्टी का किया था गठन, बसपा के साथ मिलकर लड़ा चुनाव –
- कांग्रेस ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के साथ अंतागढ़ के उपचुनाव में गड़बड़ी करने के आरोपों पर अजीत जोगी और उनके बेटे अमित जोगी को वर्ष 2016 में पार्टी से निष्कासित किया था। अमित जोगी को छह वर्षों के लिए पार्टी से निकाला गया था।
- अजीत जोगी ने कवर्धा जिले के ठाठापुर गांव में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) की स्थापना 23 जून 2016 को की थी। साल 2018 के विधानसभा चुनाव में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) ने बसपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था।
- जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) ने 55 तथा बीएसपी ने 35 सीटों पर उम्मीदवार घोषित किया था। गठबंधन ने अजीत जोगी को मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित किया था। गठनबंधन को केवल सात सीटें (जोगी 5 और बसपा 2) ही मिली।
- इसके बाद 2023 के विधानसभा चुनाव में जोगी की पार्टी ने अकेले चुनाव लड़ा। 77 सीटों पर प्रत्याशी उतरे, लेकिन कोई जीत नहीं पाया। पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष अमित जोगी ने तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ पाटन सीट से चुनाव लड़ा था।