कोरबा,17 दिसंबर 2024 (वेदांत समाचार) |सांस्कृतिक श्रोत एवं प्रशिक्षण केंद्र उदयपुर मे आयोजित “हमारी सांस्कृतिक विविधता” पर आयोजित 10 दिवसीय कार्यशाला मे छत्तीसगढ़ के 14 शिक्षक शामिल हुए जिसमे दो कोरबा जिला से हैं। प्रशिक्षण के तृतीय दिवस छत्तीसगढ़ के प्रतिभागियों ने प्रदेश की सांस्कृतिक व भौगोलिक विविधता को प्रदर्शित किया। छत्तीसगढ़ के राजगान “अरपा पैरी के धार” के बाद प्रदेश की विशेषताओं की जानकारी PPT के माध्यम से दी गई। तत्पश्चात छत्तीसगढी गीत “छत्तीसगढ़ ला कइथे दीदी धान के कटोरा” का गायन किया गया। इसके पश्चात छत्तीसगढ़ के विभिन्न नृत्य कलाओं सुआ, करमा, राउत नाचा, पंथी आदि का प्रदर्शन किया गया। बाद मे प्रस्तुति देने वाले गोवा की टीम को छत्तीसगढ़ी भाषा मे धन्यवाद ज्ञापन नरेंद्र चंद्रा एवं राज्य की टीम के द्वारा किया गया।
कार्यशाला के अतिथि वक्ता बीरपाल सिंह राणा पर्यावरण विशेषज्ञ को छत्तीसगढ़ की टीम द्वारा धन्यवाद ज्ञापित कर कोसा शाल से उनको सम्मानित किया गया।
छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष मनोज चौबे ने सांस्कृतिक स्रोत एवं प्रशिक्षण केंद्र उदयपुर राजस्थान में शामिल छत्तीसगढ़ के प्रतिभागी शिक्षकों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इतनी कड़ाके की ठंड में 10 दिन तक घर से दूर रहकर छत्तीसगढ़ के शैक्षणिक विविधाओं का प्रदर्शन करना निश्चित ही कोरबा जिला सहित छत्तीसगढ़ के लिए गौरव की बात है।छत्तीसगढ़ की टीम मे कोरबा जिला से नरेन्द्र चन्द्रा और निर्मला शर्मा के अलावा राज्य के विभिन्न जिलों से रश्मि सोनी, प्रतिभा साहू, अमित जायसवाल, अरशद खान, संजय पैकरा, राहुल पांडेय, अजय कुमार, विजेंद्र सिंह, नेहा सिंग, काजल चंद्राकर, श्वेता नवरंगे, शालिनी मिश्रा शामिल हो रहे हैं। ये कार्यशाला 20 दिसंबर तक चलेगी।