नई दिल्ली । विश्व दाता सूचकांक 2021 की रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत दुनिया का 14वां सर्वाधिक परोपकारी देश है। कोविड-19 महामारी ने दुनियाभर में दान कार्यों के रुझानों का संकेत दिया है। चैरिटीज एड फाउंडेशन- सीएएफ के इस वर्ष के सर्वेक्षण में दान और परोपकारी गतिविधियों पर लॉकडाउन के प्रभावों का उल्लेख किया गया है।
भारत अब विश्व के शीर्ष 20 उदार देशों में शामिल हैं, जबकि पिछले दस वर्षों तक भारत 82वें स्थान पर था। आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड दुनिया के शीर्ष दस दान-दाता देशों में बने हुए हैं। इन दोनों देशों में कोविड महामारी की पहली लहर के दौरान सर्वेक्षण किया गया था। महामारी के दौरान दुनियाभर में विभिन्न समुदायों ने साथी नागरिकों के लिए मदद जुटाई। इसी का परिणाम है कि 2009 के बाद अपरिचितों की सहायता का आंकड़ा भी सर्वाधिक रहा।
दुनिया के लगभग तीन अरब व्यस्क लोगों ने 2020 में किसी न किसी ऐसे व्यक्ति की सहाय़ता की जिसे वह जानते भी नहीं थे। सीएएफ की रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत में 2017-2019 के बीच दान और परोपकारी गतिविधियों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई और यह रूझान 2020 में भी जारी रहा। भारत में सभी आयु वर्ग के स्त्री पुरुषों ने खुल कर दान किया। 61 प्रतिशत भारतीयों ने अपरिचितों की सहायता की, 34 प्रतिशत लोग मदद के लिए आगे आए और 36 प्रतिशत लोगों ने धनराशि दान की।
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