राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा कोरबा में शाखा संगम का हुआ आयोजन


संघ के शताब्दी वर्ष में शाखा सुदृढ़ीकरण पर जोर
आदर्श समाज के निर्माण का आधार है शाखा: माननीय नगर संघचालक

कोरबा,15 दिसंबर (वेदांत समाचार)। कोरबा नगर के ओपन थियेटर मैदान में रविवार की सुबह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वारा शाखा के सुदृढ़ीकरण के लिए “शाखा संगम” का आयोजन किया गया। शाखा संगम में नगर की 22 शाखाओं और 7 मिलन से 622 स्वयंसेवकों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम में खेल,शारीरिक अभ्यास, दंड अभ्यास, स्फूर्ति योग और सूर्यासन जैसे विविध शारीरिक और मानसिक गतिविधियां आयोजित की गईं।

कार्यक्रम में माननीय सह विभाग कार्यवाह लक्ष्मी नारायण सोनी,माननीय जिला संघ चालक डाक्टर विशाल उपाध्याय, नगर संघचालक अशोक तिवारी मंचस्थ थे। साथ ही जिला कार्यवाह श्री कैलाश नाहक, नगर कार्यवाह मृगेश यादव, नगर शारीरिक शिक्षण प्रमुख शत्रुघन प्रसाद उपस्थित रहे।इस अवसर पर माननीय नगर संघचालक अशोक तिवारी ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों का मुद्दा प्रमुखता से उठाया। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हिंदू समाज चुन-चुनकर दमन का शिकार हो रहा है। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि श्री नित्यानंद जी जैसे संतों को गिरफ्तार किया गया, ढाका के मंदिर के पुजारी पूर्णिमा भट्टाचार्य और शिक्षक दीपक दास जैसे व्यक्तियों की हत्या की गई। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश बनने के समय हिंदू जनसंख्या 28% थी, जो अब मात्र 8% रह गई है।

हिंदू समाज की एकता पर जोर


नगर संघचालक ने हिंदू समाज की एकता को विघटनकारी और दमनकारी नीतियों का सामना करने का सबसे बड़ा उपाय बताया। उन्होंने कहा कि समाज, कुटुंब और बंधुजनों के जागरण से ही शाखा का सुदृढ़ीकरण संभव है। उन्होंने शाखा को समाज के शरीर की तरह बताते हुए कहा कि शाखा के विकास से ही समाज की प्रगति होगी। उन्होंने कहा कि शाखा आदर्श समाज के निर्माण का आधार हैं।

बांग्लादेश में हिंदू समाज पर अत्याचार और संगठन की एकजुटता का आह्वान


शाखा संगम में माननीय नगर संघचालक ने बांग्लादेश में हिंदू समाज पर हो रहे अत्याचारों पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं को योजनाबद्ध तरीके से निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने वहां की राजनीतिक तानाशाही की ओर इशारा करते हुए कहा कि शेख यूनुस की सरकार ने कट्टरपंथ को बढ़ावा दिया है, जिसके कारण हिंदू समाज लगातार दमन का शिकार हो रहा है। वहां हिन्दू महिलाओं और युवाओं को विशेष रूप से निशाना बनाया जा रहा है ।


शाखाओं को मजबूत बनाने पर जोर


नगर संघचालक ने कहा कि शाखाएं समाज के लिए एक मजबूत आधारशिला हैं। उन्होंने शाखाओं को शरीर की संरचना से तुलना करते हुए कहा कि जैसे शरीर की संरचना से व्यक्ति का विकास होता है, वैसे ही शाखाओं के विस्तार और मजबूती से समाज का निर्माण होता है। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में शाखाओं को व्यवस्थित रूप से संचालित करने और अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता पर बल दिया।

मातृशक्ति से प्रेरणा लेने का आह्वान


उन्होंने रानी लक्ष्मीबाई और देवी अहिल्याबाई होलकर जैसी मातृशक्तियों के उदाहरण देते हुए समाज को प्रेरणा लेने के लिए कहा। साथ ही,उन्होंने विश्व सनातन संस्कृति रक्षा मंच के कार्यों की प्रशंसा की और इसे अनुकरणीय बताया।

संकल्प और एकता का संदेश


अंत में, नगर संघचालक ने सभी स्वयंसेवकों से संकल्प लेने का आग्रह किया कि वे अपनी शाखाओं को मजबूत करेंगे और हिंदू समाज की एकता को बनाए रखेंगे। उन्होंने कहा कि संत चिन्मय दास की रिहाई और बांग्लादेश में हिंदुओं के अधिकारों की रक्षा के लिए समाज को एकजुट होकर कार्य करना होगा।
उन्होंने कहा, “हम अपने स्थान पर रहते हुए शाखाओं को मजबूत करें, कुटुंब और समाज का जागरण करें, और बांग्लादेश के अत्याचारों का प्रतिकार करें।”