KORBA:ग्राम्य भारती महाविद्यालय की समितियों ने विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा हेतु किया प्रेरित

शिक्षा सामाजिक परिवर्तन का माध्यम है। समय आने पर भूखे रहो लेकिन अपने बच्चों को जरूर पढ़ाओ – अम्बेडकर

विनोद उपाध्याय,कोरबा 19 दिसंबर 2024। छत्तीसगढ़ शासन उच्च शिक्षा विभाग से प्राप्त निर्देशानुसार राज्य के समस्त महाविद्यालयों में सकल नामांकन अनुपात को बढ़ाने के उद्देश्य से राज्य के तमाम विद्यालयों में पोषक शाला संपर्क अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय, बिलासपुर से संबंध शासकीय ग्राम्य भारती महाविद्यालय, हरदीबाजार के नियमित प्राध्यापकों के नेतृत्व में सहायक प्राध्यापकों, अतिथि व्याख्याताओं, एलुमनाई संघ के सदस्यों तथा एन.ई.पी. एम्बेसडरस् की विभिन्न समितियों ने महाविद्यालय के क्षेत्राधिकार में आने वाले समस्त विद्यालयों में अध्ययनरत कक्षा बारहवीं के छात्र-छात्राओं से मुलाकात कर उन्हें उच्च शिक्षा के महत्व से अवगत कराया।

इसमें महाविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अनिल कुमार पाण्डेय, हिन्दी विभाग के विभागाध्यक्ष श्री शिव कुमार दुबे एवं प्राणीशास्त्र विभाग की विभागाध्यक्ष श्रीमती अंजली के नेतृत्व में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भिलाई बाजार एवं शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय छिंदपुर, अंग्रेज़ी विभाग के विभागाध्यक्ष एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी प्रो. अखिलेश पाण्डेय एवं समाजशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष एवं एन.सी.सी. अधिकारी श्री कुलवंत तिर्की के नेतृत्व में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कोरबी, भौतिकशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. के. के. दुबे एवं रसायनशास्त्र विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. एस. कृष्णमूर्ति के नेतृत्व में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बोईदा, गणित विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. एम. के. वर्मा एवं महाविद्यालय के ग्रंथपाल

अशोक कुमार मिश्रा के नेतृत्व में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय उतरदा तथा रसायनशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. एम.एम. वैष्णव एवं गणित विभाग के सहायक प्राध्यापक विक्रम कुमार के नेतृत्व में स्वामी आत्मानंद अंग्रेज़ी एवं हिन्दी माध्यम विद्यालय – हरदीबाजार, शास्त्री उच्चतर माध्यमिक विद्यालय – हरदीबाजार, बी.एन.जी. विद्यालय – हरदीबाजार तथा आर्यन पब्लिक स्कूल – हरदीबाजार में बैठकों के माध्यम से विद्यार्थियों को हर हाल में पढ़ाई जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया गया। कार्यक्रमों में विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के महत्व से अवगत कराते हुए मुख्यतः नवीन राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्रावधानों की सविस्तार जानकारी दी गई ।

साथ ही छात्र-छात्राओं को महाविद्यालय के इतिहास, इसके लक्ष्य, इसकी उपलब्धियों से लेकर इसके विभिन्न संकायों में संचालित समस्त पाठ्यक्रमों एवं सुविधाओं जैसे नेट, सेट, एवं पी.एच.डी. अर्हता प्राप्त शिक्षक, स्नातक स्तर पर केन्द्रीय पुस्तकालय तथा स्नातकोत्तर स्तर पर विभागीय पुस्तकालय, समस्त विज्ञान के विषयों के लिए उपलब्ध उन्नत प्रयोगशालाएँ, महाविद्यालय में संचालित एन.सी.सी. एवं राष्ट्रीय सेवा योजना की गतिविधियाँ, क्रीड़ा एवं जिम सुविधाएँ इत्यादि की जानकारी भी दी गई। इसके अतिरिक्त महाविद्यालय की प्रवेश प्रक्रिया में उपयोगी आवश्यक दस्तावेज़ जैसे जाति प्रमाण पत्र , आय प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र आदि बनवाने की प्रक्रिया का उल्लेख करते हुए विद्यालय की आवश्यकतानुसार समझौता ज्ञापन (एम.ओ.यू.) के माध्यम से शिक्षकों, प्रयोगशालाओं तथा खेल सुविधाओं की कमी को पूरा करने का आश्वासन दिया गया।

संस्था की प्राचार्य डॉ. शिखा शर्मा के संरक्षण एवं मार्गदर्शन में आयोजित इन सार्थक प्रयासों को विद्यालयों के प्राचार्यों का सराहनीय सहयोग प्राप्त हुआ तथा विद्यार्थियों में उच्च शिक्षा के प्रति रूचि भी बढ़ी।